Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jan 2024 · 1 min read

क़दर करके क़दर हासिल हुआ करती ज़माने में

क़दर करके क़दर हासिल हुआ करती ज़माने में
कभी क़ीमत भली मिलती नहीं है सुन ज़लालत की

किसी की आरज़ू पूरी करोगे तुम अगर ‘प्रीतम’
मिलेगी ज़ुस्तज़ू ख़िदमत तुम्हारी भी हिफाज़त की

आर. एस. ‘प्रीतम’
शब्दार्थ- ज़लालत- अपमान, आरज़ू- इच्छा, ज़ुस्तज़ु- तलाश, ख़िदमत- सेवाभाव, हिफाज़त- सुरक्षा

1 Like · 528 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all

You may also like these posts

बसंत बहार
बसंत बहार
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
भारत के भाल पर , दमकती बिंदी -हमारी हिंदी
भारत के भाल पर , दमकती बिंदी -हमारी हिंदी
TAMANNA BILASPURI
एक दुआ
एक दुआ
Shekhar Chandra Mitra
..
..
*प्रणय*
स्वाभिमान
स्वाभिमान
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
இந்த உலகில் எல்லாமே நிலையற்றது தான் நிலையானது இன்று நாம் நின
இந்த உலகில் எல்லாமே நிலையற்றது தான் நிலையானது இன்று நாம் நின
Otteri Selvakumar
आखिर क्यों सबको भरमाया।
आखिर क्यों सबको भरमाया।
अनुराग दीक्षित
मुहब्बत ने मुहब्बत से सदाक़त सीख ली प्रीतम
मुहब्बत ने मुहब्बत से सदाक़त सीख ली प्रीतम
आर.एस. 'प्रीतम'
तेवरी का सौन्दर्य-बोध +रमेशराज
तेवरी का सौन्दर्य-बोध +रमेशराज
कवि रमेशराज
होली है ....
होली है ....
Kshma Urmila
ज़िंदगी की
ज़िंदगी की
Dr fauzia Naseem shad
जुबान
जुबान
अखिलेश 'अखिल'
चिरयइन की चहक, मिट्टी की महक
चिरयइन की चहक, मिट्टी की महक
Vibha Jain
धूप से नहाते हैं
धूप से नहाते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
गृहस्थ संत श्री राम निवास अग्रवाल( आढ़ती )
गृहस्थ संत श्री राम निवास अग्रवाल( आढ़ती )
Ravi Prakash
बेवक्त बारिश होने से ..
बेवक्त बारिश होने से ..
Keshav kishor Kumar
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
मन कहता है
मन कहता है
OM PRAKASH MEENA
बस तुम हार मत जाना
बस तुम हार मत जाना
Ayushi Verma
यदि आप अपनी असफलता से संतुष्ट हैं
यदि आप अपनी असफलता से संतुष्ट हैं
Paras Nath Jha
" नजर "
Dr. Kishan tandon kranti
वाणी
वाणी
Shutisha Rajput
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
डोम के चान!
डोम के चान!
Acharya Rama Nand Mandal
Staring blankly at the empty chair,
Staring blankly at the empty chair,
Chaahat
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
।। जीवन प्रयोग मात्र ।।
।। जीवन प्रयोग मात्र ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
Kabhi kitabe pass hoti hai
Kabhi kitabe pass hoti hai
Sakshi Tripathi
अपने किरदार से चमकता है इंसान,
अपने किरदार से चमकता है इंसान,
शेखर सिंह
*तपन*
*तपन*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...