Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Mar 2023 · 1 min read

कहां गये हम

कहां जाये हम अपने जज्बात लेकर।
तेरे लिए अपने दिल के ख्यालात लेकर।

दिल अरसे से, ढूंढ रहा है जिनके जवाब
पास किसके जायें , वो सवालात लेकर।

अब तो तन्हाई है रह गयी है मेरे चार सू
कहां से कहां तक मुझे आये हालात लेकर।

आगाह कर दे लोगों को,हम हैं बहुत भटके,
कैसे, कहां कितने,इश्क के कमालात लेकर।
सुरिंदर कौर

Language: Hindi
64 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
बाल कविता: मोटर कार
बाल कविता: मोटर कार
Rajesh Kumar Arjun
एकाकीपन
एकाकीपन
लक्ष्मी सिंह
जो गुरूर में है उसको गुरुर में ही रहने दो
जो गुरूर में है उसको गुरुर में ही रहने दो
कवि दीपक बवेजा
किस्मत की लकीरें
किस्मत की लकीरें
umesh mehra
फिर मिलेंगे
फिर मिलेंगे
साहित्य गौरव
निरन्तरता ही जीवन है चलते रहिए
निरन्तरता ही जीवन है चलते रहिए
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
नेह का दीपक
नेह का दीपक
Arti Bhadauria
पातुक
पातुक
शांतिलाल सोनी
💐प्रेम कौतुक-556💐
💐प्रेम कौतुक-556💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत,
आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
🙏माॅं सिद्धिदात्री🙏
🙏माॅं सिद्धिदात्री🙏
पंकज कुमार कर्ण
झूम रही है मंजरी , देखो अमुआ डाल ।
झूम रही है मंजरी , देखो अमुआ डाल ।
Rita Singh
बेशक खताये बहुत है
बेशक खताये बहुत है
shabina. Naaz
एमर्जेंसी ड्यूटी
एमर्जेंसी ड्यूटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वो टूटता तारा भी कितनों की उम्मीदों का भार लिए खड़ा है,
वो टूटता तारा भी कितनों की उम्मीदों का भार लिए खड़ा है,
Manisha Manjari
आंगन को तरसता एक घर ....
आंगन को तरसता एक घर ....
ओनिका सेतिया 'अनु '
"पैसा"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम्हें अपना कहने की तमन्ना थी दिल में...
तुम्हें अपना कहने की तमन्ना थी दिल में...
Vishal babu (vishu)
हर बार तुम गिरोगे,हर बार हम उठाएंगे ।
हर बार तुम गिरोगे,हर बार हम उठाएंगे ।
Buddha Prakash
इस धरती पर
इस धरती पर
surenderpal vaidya
*दोहा*
*दोहा*
Ravi Prakash
कृष्ण दामोदरं
कृष्ण दामोदरं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सब स्वीकार है
सब स्वीकार है
Saraswati Bajpai
ये हवा ये मौसम ये रुत मस्तानी है
ये हवा ये मौसम ये रुत मस्तानी है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
मेरे स्वयं पर प्रयोग
मेरे स्वयं पर प्रयोग
Ms.Ankit Halke jha
'फौजी होना आसान नहीं होता
'फौजी होना आसान नहीं होता"
Lohit Tamta
प्रेम
प्रेम
Sanjay
गीतिका...
गीतिका...
डॉ.सीमा अग्रवाल
दरबारी फनकार
दरबारी फनकार
Shekhar Chandra Mitra
👌आज का शेर —
👌आज का शेर —
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...