चाय की आदत
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मैंने उनका जाना भी देखा है जिनके जानें जाती थी जान अब मुझे क
नाना भांति के मंच सजे हैं,
Anamika Tiwari 'annpurna '
मन्नतों के धागे होते है बेटे
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - पूर्व आयुष निदेशक - दिल्ली
कोई चीज़ मैंने तेरे पास अमानत रखी है,
किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी।
उनको शौक़ बहुत है,अक्सर हीं ले आते हैं
Starting it is not the problem, finishing it is the real thi
अहं प्रत्येक क्षण स्वयं की पुष्टि चाहता है, नाम, रूप, स्थान
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जो कमाता है वो अपने लिए नए वस्त्र नहीं ख़रीद पाता है
इशारों इशारों में मेरा दिल चुरा लेते हो
मेरे दिल ❤️ में जितने कोने है,
बंद मुट्ठियों को खुलने तो दो...!
singh kunwar sarvendra vikram