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9 Sep 2016 · 1 min read

कशमकश भी सजदे में तेरे झुकी

साँस थामकर रुकी बात आँखों ने कही
दिल मिलने की शुरुआत हसरत पे रुकी

संभाला धड़कन ने हालात को फिर ऐसे
कशमकश भी सजदे में तेरे झुकी

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