Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jun 2016 · 1 min read

कविता

चाहे पटेल आरक्षण आन्दोलन पर समझ लो, चाहे
जाट आरक्षण आन्दोलन पर; भाव वही हैं। हिंसक
आंदोलनों को एक तमाचा:

होश को तालों मे कर दो बन्द, उस से काम ना लो।
जोश में भर जाओ, उन्मादी बनो, ग़ुस्सा निकालो।
माँग नाजायज़ है या जायज़, इसे बिल्कुल न सोचो;
उतर कर सड़कों पे, जो भी सामने हो फूँक डालो।

अपने पैरों पर खड़े मत हो, पकड़ बैसाखियाँ लो।
योग्यता पर मत करो विश्वास, आरक्षण संभालो।
बनो नेताओं की कठपुतली, उन्हीं को वोट देना;
वो कहें तो मान उनकी बात, अपना घर जला लो।

हम यही करते रहे हैं, और आगे भी करेंगे।
अपने घर आँगन जला, नेताओं की झोली भरेंगे।
दूसरे करते हैं हिंसा, तब हमें बेहद अखरता;
पर हमारी बात आयेगी, नहीं हम भी डरेंगे ।

राजनीति के भँवर में, फँस गया है देश ऐसा।
बन गये हैं भेड़ हम सब, और नेता भेड़िए सा।
बुद्धि से लेते नहीं हम काम, बहकर भावना में;
देखिये जैसा है अब, कब तक चलेगा देश वैसा।

—–बृज राज किशोर

Language: Hindi
398 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
My Expressions
My Expressions
Shyam Sundar Subramanian
■ अपना मान, अपने हाथ
■ अपना मान, अपने हाथ
*Author प्रणय प्रभात*
Saso ke dayre khuch is kadar simat kr rah gye
Saso ke dayre khuch is kadar simat kr rah gye
Sakshi Tripathi
सूरज मेरी उम्मीद का फिर से उभर गया........
सूरज मेरी उम्मीद का फिर से उभर गया........
shabina. Naaz
बाकी सब कुछ चंगा बा
बाकी सब कुछ चंगा बा
Shekhar Chandra Mitra
भाग्य प्रबल हो जायेगा
भाग्य प्रबल हो जायेगा
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*रक्तदान*
*रक्तदान*
Dushyant Kumar
मातृभाषा
मातृभाषा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
खंड: 1
खंड: 1
Rambali Mishra
कभी आना कभी जाना (हिंदी गजल/गीतिका)
कभी आना कभी जाना (हिंदी गजल/गीतिका)
Ravi Prakash
मानसिकता का प्रभाव
मानसिकता का प्रभाव
Anil chobisa
खुद में हैं सब अधूरे
खुद में हैं सब अधूरे
Dr fauzia Naseem shad
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दर्दे दिल…….!
दर्दे दिल…….!
Awadhesh Kumar Singh
शब्द उनके बहुत नुकीले हैं
शब्द उनके बहुत नुकीले हैं
Dr Archana Gupta
"मन"
Dr. Kishan tandon kranti
होली...
होली...
Aadarsh Dubey
करता रहूँ मै भी दीन दुखियों की सेवा।
करता रहूँ मै भी दीन दुखियों की सेवा।
Buddha Prakash
बस चलता गया मैं
बस चलता गया मैं
Satish Srijan
आसमाँ के अनगिनत सितारों मे टिमटिमाना नहीं है मुझे,
आसमाँ के अनगिनत सितारों मे टिमटिमाना नहीं है मुझे,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
सबके हाथ में तराजू है ।
सबके हाथ में तराजू है ।
Ashwini sharma
मोहब्ब्बत के रंग तुम पर बरसा देंगे आज,
मोहब्ब्बत के रंग तुम पर बरसा देंगे आज,
Shubham Pandey (S P)
बहुत समय बाद !
बहुत समय बाद !
Ranjana Verma
बेटी की बिदाई
बेटी की बिदाई
Naresh Sagar
प्रकृति का विनाश
प्रकृति का विनाश
Sushil chauhan
💐अज्ञात के प्रति-12💐
💐अज्ञात के प्रति-12💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जिंदगी की पहेली
जिंदगी की पहेली
RAKESH RAKESH
बुलंद हौंसले
बुलंद हौंसले
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
यात्रा
यात्रा
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि ’
आंखों में
आंखों में
Surinder blackpen
Loading...