Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Apr 2020 · 1 min read

कविता

बर्बादी ही होती है आपसी रंजिश में
इंसान कैद होता है वक्त की गर्दिश में
समय रहते खुद को न सम्भाल पाओगे
दलदल से खुद को न निकाल पाओगे
चीन ने गैर मुल्को के लिए वायरस बनाया
क्या खुद के वुहान शहर को बचाया
आदमी-आदमी को पछाड़े बुरा नही
क्या मानवता के बिना आदमी अधूरा नहीं
जीने के लिए सुकून भी जरूरी है
रोटी कपड़ा मकान तो मजबूरी है
छोटी सी जिंदगी में खूब बखेड़ा है
हमने खुद ही अपना बखिया उधेड़ा है।

नूरफातिमा खातून “नूरी”
13/4/2020

Language: Hindi
Tag: कविता
4 Likes · 368 Views

Books from नूरफातिमा खातून नूरी

You may also like:
*कल्पवृक्ष (बाल कविता/कुंडलिया)*
*कल्पवृक्ष (बाल कविता/कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बदल गए
बदल गए
विनोद सिल्ला
मैं उड़ सकती
मैं उड़ सकती
Surya Barman
मैं फिर आऊँगा
मैं फिर आऊँगा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
■ थिंक_ज़रा_हट_के
■ थिंक_ज़रा_हट_के
*Author प्रणय प्रभात*
प्यार -ए- इतिहास
प्यार -ए- इतिहास
Nishant prakhar
-------ग़ज़ल-----
-------ग़ज़ल-----
प्रीतम श्रावस्तवी
कहा तुमने कभी देखो प्रेम  तुमसे ही है जाना
कहा तुमने कभी देखो प्रेम तुमसे ही है जाना
Ranjana Verma
कब बरसोगें
कब बरसोगें
Swami Ganganiya
हम दिल से ना हंसे हैं।
हम दिल से ना हंसे हैं।
Taj Mohammad
💐प्रेम कौतुक-443💐
💐प्रेम कौतुक-443💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
किवाड़ खा गई
किवाड़ खा गई
AJAY AMITABH SUMAN
***
*** " विवशता की दहलीज पर , कुसुम कुमारी....!!! "...
VEDANTA PATEL
वो इशक तेरा ,जैसे धीमी धीमी फुहार।
वो इशक तेरा ,जैसे धीमी धीमी फुहार।
Surinder blackpen
त्रिशरण गीत
त्रिशरण गीत
Buddha Prakash
Writing Challenge- घर (Home)
Writing Challenge- घर (Home)
Sahityapedia
कैसे कह दूं मुझे उनसे प्यार नही है
कैसे कह दूं मुझे उनसे प्यार नही है
Ram Krishan Rastogi
कवित्त
कवित्त
Varun Singh Gautam
जहाँ भी जाता हूँ ख्वाहिशों का पुलिंदा साथ लिए चलता हूँ,
जहाँ भी जाता हूँ ख्वाहिशों का पुलिंदा साथ लिए चलता...
Dr Rajiv
करो कुछ मेहरबानी यूँ,
करो कुछ मेहरबानी यूँ,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
इंक़लाबी शायर
इंक़लाबी शायर
Shekhar Chandra Mitra
अब फकत तेरा सहारा न सहारा कोई।
अब फकत तेरा सहारा न सहारा कोई।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तारीख़ के बनने तक
तारीख़ के बनने तक
Dr fauzia Naseem shad
अपने नाम का भी एक पन्ना, ज़िन्दगी की सौग़ात कर आते हैं।
अपने नाम का भी एक पन्ना, ज़िन्दगी की सौग़ात कर...
Manisha Manjari
काश!
काश!
Rashmi Sanjay
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
हम-सफ़र
हम-सफ़र
Shyam Sundar Subramanian
*if my identity is lost
*if my identity is lost
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जीवन का इक आइना, होते अपने कर्म
जीवन का इक आइना, होते अपने कर्म
Dr Archana Gupta
बुलन्दी शोहरत हो कितनी,
बुलन्दी शोहरत हो कितनी,
Satish Srijan
Loading...