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2 Jun 2023 · 1 min read

कविता -दो जून

हाइकु कविता :- दो जून रोटी

हो गयी मोटी,
होटलों में पहुंच।
दो जून रोटी,

***
पाने खातिर
वो कत्ल कर देता।
दो जून रोटी।।
***

गरीब से ये,
क्या क्या नहीं कराती
दो जून रोटी।।
***

शादी पार्टी में,
बहुत इठलाती।
दो जून रोटी।।
***

कद्र न जाने
धनी न पहचाने।
दो जून रोटी।।
***
© राजीव नामदेव “राना लिधौरी” टीकमगढ़
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com

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