Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Apr 2024 · 1 min read

कल तलक

कल तलक
जो अपने थे
आज पराये हैं
यह नियति
का नहीं
नियत का
फैर है
दोस्त

242 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

सफाई इस तरह कुछ मुझसे दिए जा रहे हो।
सफाई इस तरह कुछ मुझसे दिए जा रहे हो।
Manoj Mahato
TK88 - Trang Chủ Nhà Cái TK88 COM Mới Nhất T12/2024
TK88 - Trang Chủ Nhà Cái TK88 COM Mới Nhất T12/2024
Nhà Cái TK88
शिक्षण और प्रशिक्षण (लघुकथा)
शिक्षण और प्रशिक्षण (लघुकथा)
Indu Singh
मोहब्बत की आख़िरी हद, न कोई जान पाया,
मोहब्बत की आख़िरी हद, न कोई जान पाया,
Rituraj shivem verma
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
Rj Anand Prajapati
न जिसमें कभी आया जाया करो
न जिसमें कभी आया जाया करो
Shweta Soni
दिल से हमको
दिल से हमको
Dr fauzia Naseem shad
कर्म पथ पर
कर्म पथ पर
surenderpal vaidya
जिस्मानी इश्क
जिस्मानी इश्क
Sanjay ' शून्य'
कर्मठ बनिए
कर्मठ बनिए
Pratibha Pandey
क्यों दिल पे बोझ उठाकर चलते हो
क्यों दिल पे बोझ उठाकर चलते हो
VINOD CHAUHAN
शिकायत
शिकायत
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
" विडम्बना "
Dr. Kishan tandon kranti
आओ आओ सखी
आओ आओ सखी
इंजी. संजय श्रीवास्तव
रिश्ते भूल गये
रिश्ते भूल गये
पूर्वार्थ
पाश्चात्य विद्वानों के कविता पर मत
पाश्चात्य विद्वानों के कविता पर मत
कवि रमेशराज
इक ज़िंदगी मैंने गुजारी है
इक ज़िंदगी मैंने गुजारी है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्रकृति (द्रुत विलम्बित छंद)
प्रकृति (द्रुत विलम्बित छंद)
Vijay kumar Pandey
किसी भी बात की चिंता...
किसी भी बात की चिंता...
आकाश महेशपुरी
देवी महात्म्य प्रथम अंक
देवी महात्म्य प्रथम अंक
मधुसूदन गौतम
23/97.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/97.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुस्ता लीजिये - दीपक नीलपदम्
सुस्ता लीजिये - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
यादों को जब से
यादों को जब से
Mahesh Tiwari 'Ayan'
उम्मीद से अधिक मिलना भी आदमी में घमंड का भाव पैदा करता है !
उम्मीद से अधिक मिलना भी आदमी में घमंड का भाव पैदा करता है !
Babli Jha
#Secial_story
#Secial_story
*प्रणय*
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
तबीयत मचल गई
तबीयत मचल गई
Surinder blackpen
काव्य रो रहा है
काव्य रो रहा है
डी. के. निवातिया
क्या मथुरा क्या काशी जब मन में हो उदासी ?
क्या मथुरा क्या काशी जब मन में हो उदासी ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
राम रहीम और कान्हा
राम रहीम और कान्हा
Dinesh Kumar Gangwar
Loading...