Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jul 2016 · 1 min read

*कलियुग*

गफलत में है सो रहा कलियुग का इंसान
पूजा पत्थर की करे मान इसे भगवान
धर्मेन्द्रअरोड़ा

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

तोल सदा ही बोलिये,मुख से मीठे बोल
हीरा जनम अमोल है,माटी में ना रोल
धर्मेन्द्रअरोड़ा

Language: Hindi
259 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती"
View all
You may also like:
तब तात तेरा कहलाऊँगा
तब तात तेरा कहलाऊँगा
Akash Yadav
नैनों में प्रिय तुम बसे....
नैनों में प्रिय तुम बसे....
डॉ.सीमा अग्रवाल
#दोहा-
#दोहा-
*Author प्रणय प्रभात*
नीली साइकिल वाली लड़की
नीली साइकिल वाली लड़की
rkchaudhary2012
आँख से अपनी अगर शर्म-ओ-हया पूछेगा
आँख से अपनी अगर शर्म-ओ-हया पूछेगा
Fuzail Sardhanvi
इश्क की तिशनगी है।
इश्क की तिशनगी है।
Taj Mohammad
Gazal
Gazal
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मेहबूब की शायरी: मोहब्बत
मेहबूब की शायरी: मोहब्बत
Rajesh Kumar Arjun
संकल्प का अभाव
संकल्प का अभाव
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
यह दिल
यह दिल
Anamika Singh
खैरियत का जवाब आया
खैरियत का जवाब आया
Seema 'Tu hai na'
पाप का भागी
पाप का भागी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
शायर जानता है
शायर जानता है
Nanki Patre
सावन मास निराला
सावन मास निराला
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हम भी अगर बच्चे होते
हम भी अगर बच्चे होते
नूरफातिमा खातून नूरी
आग हूं... आग ही रहने दो।
आग हूं... आग ही रहने दो।
Anil "Aadarsh"
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
विजय कुमार अग्रवाल
~रेत की आत्मकथा ~
~रेत की आत्मकथा ~
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
अनमोल जीवन
अनमोल जीवन
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
कहा तुमने कभी देखो प्रेम  तुमसे ही है जाना
कहा तुमने कभी देखो प्रेम तुमसे ही है जाना
Ranjana Verma
कुदरत मुझको रंग दे
कुदरत मुझको रंग दे
Gurdeep Saggu
श्रीराम वन में
श्रीराम वन में
नवीन जोशी 'नवल'
नमन मंच
नमन मंच
Neeraj Agarwal
हर हक़ीक़त को
हर हक़ीक़त को
Dr fauzia Naseem shad
बेशर्मी के हौसले
बेशर्मी के हौसले
RAMESH SHARMA
"कुछ भी असम्भव नहीं"
Dr. Kishan tandon kranti
*चलो देखने को चलते हैं, नेताओं की होली (हास्य गीत)*
*चलो देखने को चलते हैं, नेताओं की होली (हास्य गीत)*
Ravi Prakash
"दो पल की जिंदगी"
Yogendra Chaturwedi
बुद्ध का मज़ाक
बुद्ध का मज़ाक
Shekhar Chandra Mitra
1-अश्म पर यह तेरा नाम मैंने लिखा2- अश्म पर मेरा यह नाम तुमने लिखा (दो गीत) राधिका उवाच एवं कृष्ण उवाच
1-अश्म पर यह तेरा नाम मैंने लिखा2- अश्म पर मेरा यह नाम तुमने लिखा (दो गीत) राधिका उवाच एवं कृष्ण उवाच
Pt. Brajesh Kumar Nayak
Loading...