Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Oct 2023 · 1 min read

कलानिधि

कलानिधि
शरदपूर्णिमा के कलानिधि सा,
मन है मेरा ,
आसमान को छूना हैं ।

इंद्रधनुष की किरणो सा ,
जीवन में रंग भरना हैं ।।

मंजिल कितनी कठीन आने दो,
उसको पाना मेरा सपना हैं ।

ऋतुओ आनंद का उत्सव मनाना हैं ।
प्रकृति आनंद का रास खेलना हैं ।।

जीवन में कुछ कठीन नहीं हैं ,
अब ठान लिया तो करना है ।

चुम उन्नति के उच्च शिखर को,
जहाँ में एक नई मिसाल बनना हैं ।।

– राजू गजभिये

Language: Hindi
1 Like · 243 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Raju Gajbhiye
View all

You may also like these posts

पुराना कुछ भूलने के लिए
पुराना कुछ भूलने के लिए
पूर्वार्थ
दीप दीवाली का
दीप दीवाली का
कुमार अविनाश 'केसर'
हर दिन सावन
हर दिन सावन
Dr.Archannaa Mishraa
उम्मीद
उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
जय श्री राम
जय श्री राम
Dr Archana Gupta
जिसको दिल में जगह देना मुश्किल बहुत।
जिसको दिल में जगह देना मुश्किल बहुत।
सत्य कुमार प्रेमी
4140.💐 *पूर्णिका* 💐
4140.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Miss you Abbu,,,,,,
Miss you Abbu,,,,,,
Neelofar Khan
ठुकरा के तुझे
ठुकरा के तुझे
Chitra Bisht
हिंदी दोहे -हृदय (राजीव नामदेव राना लिधौरी)
हिंदी दोहे -हृदय (राजीव नामदेव राना लिधौरी)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कई मौसम गुज़र गये तेरे इंतज़ार में।
कई मौसम गुज़र गये तेरे इंतज़ार में।
Phool gufran
आत्मविश्वास
आत्मविश्वास
Anamika Tiwari 'annpurna '
ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर - संदीप ठाकुर
ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
"क्रन्दन"
Dr. Kishan tandon kranti
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
ख़्वाबों में तुम भले डूब जाओ...
ख़्वाबों में तुम भले डूब जाओ...
Ajit Kumar "Karn"
चाय के दो प्याले ,
चाय के दो प्याले ,
Shweta Soni
True is dark
True is dark
Neeraj Kumar Agarwal
अटल खड़े देवदार ये
अटल खड़े देवदार ये
Madhuri mahakash
मणिपुर कांड
मणिपुर कांड
Surinder blackpen
चौकीदार
चौकीदार
Dijendra kurrey
भजन (बाबा भीमराव अम्बेडकर) ) (23)
भजन (बाबा भीमराव अम्बेडकर) ) (23)
Mangu singh
*कृपा कर दो हे बाबा श्याम, खाटू के सहारे हैं (भजन)*
*कृपा कर दो हे बाबा श्याम, खाटू के सहारे हैं (भजन)*
Ravi Prakash
आंदोलन की जरूरत क्यों है
आंदोलन की जरूरत क्यों है
नेताम आर सी
मुक्तक
मुक्तक
Er.Navaneet R Shandily
"सपने हमारे"
Yogendra Chaturvedi
#विजय_के_25_साल
#विजय_के_25_साल
*प्रणय*
गोपी श्रीकृष्ण संवाद
गोपी श्रीकृष्ण संवाद
मनोज कर्ण
भारत के
भारत के
Pratibha Pandey
आंखे तो गिरवी पड़ी, बसे हृदय शैतान ।
आंखे तो गिरवी पड़ी, बसे हृदय शैतान ।
RAMESH SHARMA
Loading...