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11 Dec 2022 · 1 min read

कलम

गोरी पन्ने पर खींच दो तो दाग है यह
कमजोर लोगों का ब्रह्मास्त्र है यह
भ्रष्ट से भ्रष्ट सब डरते हैं
जाने गोरे पन्नों पर छोड़ देता
कौन सा दाग है यह
यह सत्य असत्य लिखता जाता है
आपकी भावनाओं को
शादे पन्नों पर पिरोता जाता है
निर्जीव होते हुए भी
सजीव का आभास कराता है
ईश्वर नहीं इसे लेखनी कहा जाता है

सुशील चौहान
फारबिसगंज अररिया बिहार

Language: Hindi
182 Views
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