Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Apr 2020 · 1 min read

कलमें बनाऊँगा

1
जमाने भर की आँखों में नए सपने बनाऊँगा।
मैं बेगानों से गम चुनकर उन्हें अपने बनाऊँगा।
बनाने का हुनर बख़्शा खुदा ने गर कभी मुझको,
नहीं हथियार कोई भी मगर कलमें बनाऊँगा।।

2
तू है मोती मैं हूँ धागा
तुझ सँग लिपटा सोया जागा
ख्वाब में मर्जी पूँछी रब ने
मैंने साथ तुम्हारा माँगा।।

3
हमारे दिल में आँखों में समन्दर के ठिकाने हैं।
तुम्हारे मन की गलियों में बबंडर के फसाने हैं।
मैं तुमसे दिल लगाऊँ तुम लगा दो मन अगर अपना,
ठिकाने फूट पड़ने हैं समंदर भाग जाने हैं।।

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
3 Likes · 1 Comment · 155 Views
You may also like:
रात के अंधेरे में नसीब आजमाना ठीक नहीं है
रात के अंधेरे में नसीब आजमाना ठीक नहीं है
कवि दीपक बवेजा
जिन्दगी कुछ इस कदर रूठ गई है हमसे
जिन्दगी कुछ इस कदर रूठ गई है हमसे
श्याम सिंह बिष्ट
है एक डोर
है एक डोर
Ranjana Verma
आँखों में ख्व़ाब होना , होता बुरा नहीं।।
आँखों में ख्व़ाब होना , होता बुरा नहीं।।
Godambari Negi
कर ले प्यार
कर ले प्यार
Satish Srijan
वो टूटता तारा भी कितनों की उम्मीदों का भार लिए खड़ा है,
वो टूटता तारा भी कितनों की उम्मीदों का भार लिए...
Manisha Manjari
बाढ़ और इंसान।
बाढ़ और इंसान।
Buddha Prakash
ये जरूरी नहीं।
ये जरूरी नहीं।
Taj Mohammad
महाशून्य
महाशून्य
Utkarsh Dubey “Kokil”
चाहत
चाहत
Shyam Sundar Subramanian
सैदखन यी मन उदास रहैय...
सैदखन यी मन उदास रहैय...
Ram Babu Mandal
एकलव्य
एकलव्य
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मम्मी थी इसलिए मैं हूँ...!! मम्मी I Miss U😔
मम्मी थी इसलिए मैं हूँ...!! मम्मी I Miss U😔
Ravi Malviya
💐अज्ञात के प्रति-54💐
💐अज्ञात के प्रति-54💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
उड़े  हैं  रंग  फागुन के  हुआ रंगीन  है जीवन
उड़े हैं रंग फागुन के हुआ रंगीन है जीवन
Dr Archana Gupta
एक दिन तो कभी ऐसे हालात हो
एक दिन तो कभी ऐसे हालात हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
दवा दे गया
दवा दे गया
सुशील कुमार सिंह "प्रभात"
सवाल कब
सवाल कब
Dr fauzia Naseem shad
जंगल के दावेदार
जंगल के दावेदार
Shekhar Chandra Mitra
संत ज्ञानेश्वर (ज्ञानदेव)
संत ज्ञानेश्वर (ज्ञानदेव)
Pravesh Shinde
"आज़ादी के 75 सालों में
*Author प्रणय प्रभात*
ऋतुराज वसंत
ऋतुराज वसंत
Raju Gajbhiye
*परिस्थितियॉं हमेशा ही, नया कुछ मोड़ लेती हैं (मुक्तक)*
*परिस्थितियॉं हमेशा ही, नया कुछ मोड़ लेती हैं (मुक्तक)*
Ravi Prakash
रक्तिम- इतिहास
रक्तिम- इतिहास
शायर देव मेहरानियां
बहुत खूबसूरत
बहुत खूबसूरत
shabina. Naaz
याद आते हैं
याद आते हैं
Dr. Sunita Singh
सूरज बनो तुम
सूरज बनो तुम
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
The Sacrifice of Ravana
The Sacrifice of Ravana
Abhineet Mittal
🌹मां ममता की पोटली
🌹मां ममता की पोटली
Pt. Brajesh Kumar Nayak
प्रेम एक अनुभव
प्रेम एक अनुभव
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
Loading...