Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Feb 2023 · 1 min read

कर ले प्यार

जिंदगानी दिन चार,
कर ले प्यार हरि से।
न कर तू तकरार,
कर ले प्यार हरि से।

नासमझी में गया लड़कपन,
नशे में गयी जवानी।
प्रौढ़ हुआ तो धन की चिन्ता,
कभी लाभ कभी हानी।
बुढ़ेपन में रोगी काया,
सब लागे बेकार।
कर ले प्यार हरि से।

महल बनाया नौकर रखा
ले लिया मोटरकार।
अच्छा खाना और पहनना,
रंगीला संसार।
धन वैभव पद यहीं रह जाये,
परमारथ कर यार।
कर ले प्यार हरि से।

नेक कमाही, शाकाहारी,
मास मद्य न पाओ।
परनारी से तौबा कर लो,
संतोषी बन जाओ।
मात पिता की सेवा कर लो,
साध संगत है सार।
कर ले प्यार हरि से।

जीवन सफल बनाना है तो,
खोजो सतगुर पूरा।
युक्ति लेकर भक्ति कमाओ
रहो न कभी अधूरा।
पहुँचो रघुनन्दन के द्वार,
कर ले प्यार हरि से।

जिंदगानी दिन चार,
कर ले प्यार हरि से।

Language: Hindi
50 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia! Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं चाँद पर गया
मैं चाँद पर गया
Satish Srijan
हवाएँ
हवाएँ
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
कोरोना
कोरोना
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
■ आज का दोह
■ आज का दोह
*Author प्रणय प्रभात*
Ye ayina tumhari khubsoorti nhi niharta,
Ye ayina tumhari khubsoorti nhi niharta,
Sakshi Tripathi
बिछड़ा हो खुद से
बिछड़ा हो खुद से
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
मौत से लड़ती जिंदगी..✍️🤔💯🌾🌷🌿
मौत से लड़ती जिंदगी..✍️🤔💯🌾🌷🌿
Ms.Ankit Halke jha
मन सीत मीत दिलवाली
मन सीत मीत दिलवाली
Seema gupta,Alwar
💐 Prodigy Love-33💐
💐 Prodigy Love-33💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दूसरों को समझने से बेहतर है खुद को समझना । फिर दूसरों को समझ
दूसरों को समझने से बेहतर है खुद को समझना । फिर दूसरों को समझ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
हों जो तुम्हे पसंद वही बात कहेंगे।
हों जो तुम्हे पसंद वही बात कहेंगे।
Rj Anand Prajapati
चांद बहुत रोया
चांद बहुत रोया
Surinder blackpen
ए जिंदगी तू सहज या दुर्गम कविता
ए जिंदगी तू सहज या दुर्गम कविता
Shyam Pandey
गीत शब्द
गीत शब्द
सूर्यकांत द्विवेदी
दर्द
दर्द
Dr. Seema Varma
अपना सपना :
अपना सपना :
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
वक्त गिरवी सा पड़ा है जिंदगी ( नवगीत)
वक्त गिरवी सा पड़ा है जिंदगी ( नवगीत)
Rakmish Sultanpuri
लड़ते रहो
लड़ते रहो
Vivek Pandey
टुकड़े-टुकड़े गैंग (हिंदी गजल/गीतिका)
टुकड़े-टुकड़े गैंग (हिंदी गजल/गीतिका)
Ravi Prakash
मैं उसका ही आईना था जहाँ मोहब्बत वो मेरी थी,तो अंदाजा उसे कह
मैं उसका ही आईना था जहाँ मोहब्बत वो मेरी थी,तो अंदाजा उसे कह
AmanTv Editor In Chief
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
न रोजी न रोटी, हैं जीने के लाले।
न रोजी न रोटी, हैं जीने के लाले।
सत्य कुमार प्रेमी
* ज़ालिम सनम *
* ज़ालिम सनम *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#सुप्रभात
#सुप्रभात
आर.एस. 'प्रीतम'
आरुणि की गुरुभक्ति
आरुणि की गुरुभक्ति
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तू प्रतीक है समृद्धि की
तू प्रतीक है समृद्धि की
gurudeenverma198
ऋतुराज वसंत
ऋतुराज वसंत
Raju Gajbhiye
पशु पक्षियों
पशु पक्षियों
Surya Barman
माँ
माँ
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
Loading...