Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Mar 2023 · 1 min read

कभी कभी ये पलकें भी

कभी कभी ये पलकें भी
बिन आंसु भीग जाती हैं।

219 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
🙏 गुरु चरणों की धूल 🙏
🙏 गुरु चरणों की धूल 🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
भरम
भरम
Shyam Sundar Subramanian
*दीपक सा मन* ( 22 of 25 )
*दीपक सा मन* ( 22 of 25 )
Kshma Urmila
!..........!
!..........!
शेखर सिंह
पहले देखें, सोचें,पढ़ें और मनन करें,
पहले देखें, सोचें,पढ़ें और मनन करें,
DrLakshman Jha Parimal
जब एक ज़िंदगी है
जब एक ज़िंदगी है
Dr fauzia Naseem shad
संवेदना
संवेदना
Ekta chitrangini
!! कोई आप सा !!
!! कोई आप सा !!
Chunnu Lal Gupta
विधा:
विधा:"चन्द्रकान्ता वर्णवृत्त" मापनी:212-212-2 22-112-122
rekha mohan
कुछ नींदों से अच्छे-खासे ख़्वाब उड़ जाते हैं,
कुछ नींदों से अच्छे-खासे ख़्वाब उड़ जाते हैं,
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
बढ़ना चाहते है हम भी आगे ,
बढ़ना चाहते है हम भी आगे ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
ग़ज़ल (ज़िंदगी)
ग़ज़ल (ज़िंदगी)
डॉक्टर रागिनी
क्षितिज के पार है मंजिल
क्षितिज के पार है मंजिल
Atul "Krishn"
3366.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3366.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
आशा का दीप
आशा का दीप
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
खुद से ही अब करती बातें
खुद से ही अब करती बातें
Mamta Gupta
*हिंदी तो मेरे मन में है*
*हिंदी तो मेरे मन में है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गैरों की भीड़ में, अपनों को तलाशते थे, ख्वाबों के आसमां में,
गैरों की भीड़ में, अपनों को तलाशते थे, ख्वाबों के आसमां में,
पूर्वार्थ
जीवन
जीवन
sushil sarna
बिना वजह जब हो ख़ुशी, दुवा करे प्रिय नेक।
बिना वजह जब हो ख़ुशी, दुवा करे प्रिय नेक।
आर.एस. 'प्रीतम'
सबसे सुगम हिन्दी
सबसे सुगम हिन्दी
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
पढ़ें बेटियां-बढ़ें बेटियां
पढ़ें बेटियां-बढ़ें बेटियां
Shekhar Chandra Mitra
बंधी मुठ्ठी लाख की : शिक्षक विशेषांक
बंधी मुठ्ठी लाख की : शिक्षक विशेषांक
Dr.Pratibha Prakash
हर बात पे ‘अच्छा’ कहना…
हर बात पे ‘अच्छा’ कहना…
Keshav kishor Kumar
"पुकारता है चले आओ"
Dr. Kishan tandon kranti
शायर की मोहब्बत
शायर की मोहब्बत
Madhuyanka Raj
Good night
Good night
*प्रणय प्रभात*
बेशक हुआ इस हुस्न पर दीदार आपका।
बेशक हुआ इस हुस्न पर दीदार आपका।
Phool gufran
कविता : याद
कविता : याद
Rajesh Kumar Arjun
Loading...