Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jan 2022 · 1 min read

कभी-कभी यह तोहमतें भी नाम करती है।

कभी-कभी यह तोहमतें भी नाम करती है।
वो और बात है कि ज्यादातर बदनाम करती है।।1।।

कैसे रहते हो मोहब्बत में इतने चुपचुप से।
इस इश्क़ में तो बातें करने को तमाम रहती है।।2।।

जब आया था वह शहर में तो अंजाना था।
आज कितनी हस्तियाँ उसको सलाम करती है।।3।।

जानें क्या मोजिज़ा है उसकी आवाज़ में।
उसकी बातें ही अब सब को क़लाम लगती है।।4।।

हर कोई फ़िदा है उसकी इस सादगी पर।
आदतें उसकी तो मज़हब-ए-इस्लाम लगती है।।5।।

बोलता है कडुआ पर दिलका है अच्छा।
हस्ती उसकी तो सबमें आला मकाम रखती है।।6।।

ताज मोहम्मद
लखनऊ

91 Views
You may also like:
सपेरा
सपेरा
Buddha Prakash
डूब जाऊंगा मस्ती में, जरा सी शाम होने दो। मैं खुद ही टूट जाऊंगा मुझे नाकाम होने दो।
डूब जाऊंगा मस्ती में, जरा सी शाम होने दो। मैं...
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
उम्मीद
उम्मीद
Sushil chauhan
बेटी से मुस्कान है...
बेटी से मुस्कान है...
जगदीश लववंशी
वो खुलेआम फूल लिए फिरते हैं
वो खुलेआम फूल लिए फिरते हैं
कवि दीपक बवेजा
बचपन
बचपन
मनोज कर्ण
गंगा
गंगा
Dr Rajiv
गर्व से कहो हम...
गर्व से कहो हम...
Shekhar Chandra Mitra
क्या करें
क्या करें
Surinder blackpen
जो बात तुझ में है, तेरी तस्वीर में कहां
जो बात तुझ में है, तेरी तस्वीर में कहां
Ram Krishan Rastogi
जब कोई साथी साथ नहीं हो
जब कोई साथी साथ नहीं हो
gurudeenverma198
जब चलती पुरवइया बयार
जब चलती पुरवइया बयार
श्री रमण 'श्रीपद्'
सुनो स्त्री
सुनो स्त्री
Rashmi Sanjay
जहरीला साप
जहरीला साप
rahul ganvir
*जिंदगी के आकलन की, जब हुई शुरुआत थी (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*जिंदगी के आकलन की, जब हुई शुरुआत थी (हिंदी गजल/...
Ravi Prakash
■ आज का सवाल
■ आज का सवाल
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-300💐
💐प्रेम कौतुक-300💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हकीकत  पर  तो  इख्तियार  है
हकीकत पर तो इख्तियार है
shabina. Naaz
रात उसको अब अकेले खल रही होगी
रात उसको अब अकेले खल रही होगी
Dr. Pratibha Mahi
बनेड़ा रै इतिहास री इक झिळक.............
बनेड़ा रै इतिहास री इक झिळक.............
लक्की सिंह चौहान
श्री श्री रवि शंकर जी
श्री श्री रवि शंकर जी
Satish Srijan
तामीर फिर भी करेंगे
तामीर फिर भी करेंगे
Dr fauzia Naseem shad
मुस्तहकमुल-'अहद
मुस्तहकमुल-'अहद
Shyam Sundar Subramanian
मेरी अंतरात्मा..
मेरी अंतरात्मा..
Ankit Halke jha
माँ शैलपुत्री
माँ शैलपुत्री
Vandana Namdev
7…अमृत ध्वनि छन्द
7…अमृत ध्वनि छन्द
Rambali Mishra
जो तुझे अच्छा लगे।
जो तुझे अच्छा लगे।
Taj Mohammad
***
*** " मन बावरा है...!!! " ***
VEDANTA PATEL
पेड़ नहीं, बुराइयां जलाएं
पेड़ नहीं, बुराइयां जलाएं
अरशद रसूल /Arshad Rasool
#ekabodhbalak
#ekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...