है जरूरी हो रहे
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
*ऐसा हमेशा कृष्ण जैसा, मित्र होना चाहिए (मुक्तक)*
जिंदगी में जब कोई सारा युद्ध हार जाए तो उसे पाने के आलावा खो
हर रात की "स्याही" एक सराय है
क्यो तू रोता इस नश्वर संसार में ..
- गहलोत अब तेरा क्या होगा -
ॐ नमः शिवाय…..सावन की शुक्ल पक्ष की तृतीया को तीज महोत्सव के
रोशनी का रखना ध्यान विशेष
किया है यूँ तो ज़माने ने एहतिराज़ बहुत
उसके पलकों पे न जाने क्या जादू हुआ,
जमाना है
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
ज़ख़्म जो दिल पे लगे हैं वो छुपाऊँ कैसे
*उसकी फितरत ही दगा देने की थी।
अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए
#छठा नोट
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
*जाने कब अब उन से कुर्बत होगी*
गांव
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर