Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jan 2023 · 1 min read

कट कर जो क्षितिज की हो चुकी, उसे मांझे से बाँध क्या उड़ा सकेंगे?

किनारे छोड़ आये थे, कि अनंत तक बहा करेंगे,
सुकून की तलाश में, कब तक रूह को फ़ना करेंगे?
बंजरों ने तबाही ला हीं दी, फिर हुई बारिश का क्या करेंगे,
पंछी तो कब के उड़ गए, खाली बसेरों को बस अब देखा करेंगे।
नसीबों में सफ़र लिखे गए हैं, फ़िर ठहर-ठहर कर क्यों चलेंगे,
रास्ते थमने के बाद भी, अब कदम रुकने से सहमा करेंगे।
बादलों ने दिन में शाम कर दी, पार उसके आसमां बन मिला करेंगे,
जब खुद में तुझको पा हीं लिया, तो आवारगी में क्यों भटका करेंगे?
रात पिघल कर रो पड़ी, नम आँखों से क्या सजदा करेंगे,
ख्वाहिशें भी चुभने लगीं हैं, टूटते तारे को देखने से अब हम बचेंगे।
मन ने पलकें मूँद ली, बैरागी बन अब हम जिया करेंगे,
कट कर जो क्षितिज की हो चुकी, उसे मांझे से बाँध क्या उड़ा सकेंगे?

2 Likes · 3 Comments · 98 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.

Books from Manisha Manjari

You may also like:
💐प्रेम कौतुक-175💐
💐प्रेम कौतुक-175💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
शांत मन भाव से बैठा हुआ है बावरिया
शांत मन भाव से बैठा हुआ है बावरिया
Buddha Prakash
मेरे देश के युवाओं तुम
मेरे देश के युवाओं तुम
gurudeenverma198
थे गुर्जर-प्रतिहार के, सम्राट मिहिर भोज
थे गुर्जर-प्रतिहार के, सम्राट मिहिर भोज
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हम सुधरेंगे तो जग सुधरेगा
हम सुधरेंगे तो जग सुधरेगा
Sanjay
मुक़द्दस पाक यह जामा,
मुक़द्दस पाक यह जामा,
Satish Srijan
व्यक्तित्व और व्यवहार हमारी धरोहर
व्यक्तित्व और व्यवहार हमारी धरोहर
इंजी. लोकेश शर्मा (लेखक)
सुहावना समय
सुहावना समय
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
सफर ऐसा की मंजिल का पता नहीं
सफर ऐसा की मंजिल का पता नहीं
Anil chobisa
सुना है सकपने सच होते हैं-कविता
सुना है सकपने सच होते हैं-कविता
Shyam Pandey
एक औरत रेशमी लिबास और गहनों में इतनी सुंदर नहीं दिखती जितनी
एक औरत रेशमी लिबास और गहनों में इतनी सुंदर नहीं दिखती जितनी
Annu Gurjar
एक तरफ
एक तरफ
*Author प्रणय प्रभात*
कुदरत मुझको रंग दे
कुदरत मुझको रंग दे
Gurdeep Saggu
कहा तुमने कभी देखो प्रेम  तुमसे ही है जाना
कहा तुमने कभी देखो प्रेम तुमसे ही है जाना
Ranjana Verma
बेटी उड़ान पर बाप ढलान पर👸👰🙋
बेटी उड़ान पर बाप ढलान पर👸👰🙋
Tarun Prasad
अधीर मन खड़ा हुआ  कक्ष,
अधीर मन खड़ा हुआ कक्ष,
Nanki Patre
बड़ा ही हसीन होता है ये नन्हा बचपन
बड़ा ही हसीन होता है ये नन्हा बचपन
'अशांत' शेखर
जिस रास्ते के आगे आशा की कोई किरण नहीं जाती थी
जिस रास्ते के आगे आशा की कोई किरण नहीं जाती थी
कवि दीपक बवेजा
"निखार" - ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
पूनम का चांद
पूनम का चांद
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
हिल जाई इंद्रासन
हिल जाई इंद्रासन
Shekhar Chandra Mitra
जनाजे में तो हम शामिल हो गए पर उनके पदचिन्हों पर ना चलके अपन
जनाजे में तो हम शामिल हो गए पर उनके पदचिन्हों पर ना चलके अपन
DrLakshman Jha Parimal
पलक-पाँवड़े
पलक-पाँवड़े
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
*दफ्तरों में बाबू का महत्व (हास्य व्यंग्य)*
*दफ्तरों में बाबू का महत्व (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
2268.
2268.
Dr.Khedu Bharti
हूं बहारों का मौसम
हूं बहारों का मौसम
साहित्य गौरव
"छत का आलम"
Dr Meenu Poonia
Sometimes
Sometimes
Vandana maurya
यहां कोई बेरोजगार नहीं हर कोई अपना पक्ष मजबूत करने में लगा ह
यहां कोई बेरोजगार नहीं हर कोई अपना पक्ष मजबूत करने में लगा ह
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
Tumhari khahish khuch iss kadar thi ki sajish na samajh paya
Tumhari khahish khuch iss kadar thi ki sajish na samajh paya
Sakshi Tripathi
Loading...