Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2023 · 1 min read

औलाद

आज कल की औलाद , औलाद क्यूं नहीं?
हर मकान घर जैसा आबाद क्यूं नहीं?

वैसे तो रहते है हम एक ही छत के तले
पर होता दिनों तक,आपसी संवाद क्यूं नहीं?

सब कुछ होते हुए भी दुखी है हम सारे,
ऐ खुदा इन दुखों का,कोई अपवाद क्यूं नहीं?

शायद बसती है कुछ अच्छी रूहें अभी जहां मे
नही तो ये दुनिया पूरी अभी,बर्बाद क्यूं नहीं?

Surinder kaur

Language: Hindi
261 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all

You may also like these posts

"युग -पुरुष "
DrLakshman Jha Parimal
बिछोह
बिछोह
Lalni Bhardwaj
फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा
फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा
दीपक बवेजा सरल
जिसकी भी आप तलाश मे हैं, वह आपके अन्दर ही है।
जिसकी भी आप तलाश मे हैं, वह आपके अन्दर ही है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
कठिन पथ पर
कठिन पथ पर
surenderpal vaidya
मुक्तक  _  माँ
मुक्तक _ माँ
Neelofar Khan
उम्र न जाने किन गलियों से गुजरी कुछ ख़्वाब मुकम्मल हुए कुछ उन
उम्र न जाने किन गलियों से गुजरी कुछ ख़्वाब मुकम्मल हुए कुछ उन
पूर्वार्थ
Preshan zindagi
Preshan zindagi
रुचि शर्मा
Bundeli Doha pratiyogita-149th -kujane
Bundeli Doha pratiyogita-149th -kujane
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मुश्किल है जीना
मुश्किल है जीना
Chitra Bisht
मानव जीवन लक्ष्य क्या
मानव जीवन लक्ष्य क्या
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
सौंदर्यता आपकी कामयाबी से झलकती है।
सौंदर्यता आपकी कामयाबी से झलकती है।
Rj Anand Prajapati
हेच यश आहे
हेच यश आहे
Otteri Selvakumar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
डुबो दे अपनी कश्ती को किनारा ढूंढने वाले
डुबो दे अपनी कश्ती को किनारा ढूंढने वाले
Sahil Ahmad
ब
*प्रणय*
"दिल की किताब"
Dr. Kishan tandon kranti
International Self Care Day
International Self Care Day
Tushar Jagawat
हर रात उजालों को ये फ़िक्र रहती है,
हर रात उजालों को ये फ़िक्र रहती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
10) पैगाम
10) पैगाम
नेहा शर्मा 'नेह'
“मंजर”
“मंजर”
Neeraj kumar Soni
जोर लगा के हइसा..!
जोर लगा के हइसा..!
पंकज परिंदा
हमारी योग्यता पर सवाल क्यो १
हमारी योग्यता पर सवाल क्यो १
भरत कुमार सोलंकी
थोड़ी है
थोड़ी है
Dr MusafiR BaithA
अगर प्रेम है
अगर प्रेम है
हिमांशु Kulshrestha
महान विभूति मोहम्मद रफी- काव्य श्रृद्धांजलि
महान विभूति मोहम्मद रफी- काव्य श्रृद्धांजलि
Shyam Sundar Subramanian
आज पर दिल तो एतबार करे ,
आज पर दिल तो एतबार करे ,
Dr fauzia Naseem shad
सभी  जानते हैं  इस  जग में, गाय  हमारी माता है
सभी जानते हैं इस जग में, गाय हमारी माता है
Dr Archana Gupta
बड़ी तक़लीफ़ होती है
बड़ी तक़लीफ़ होती है
Davina Amar Thakral
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
Loading...