Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jun 2023 · 1 min read

औरत का जीवन

औरत का जीवन
सिर्फ उसका जीवन नहीं होता
परिवार के साथ साथ जीती है
वह समाज के लिए भी ।
संभाले रखती है
वह देश की सांस्कृतिक विरासत।
बन जाती हैं पैमाना
संकीर्ण या आधुनिक समाज का।
*** धीरजा शर्मा***

1 Like · 675 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dheerja Sharma
View all

You may also like these posts

उनकी आंखो मे बात अलग है
उनकी आंखो मे बात अलग है
Vansh Agarwal
#justareminderdrarunkumarshastri
#justareminderdrarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
”बंदगी”
”बंदगी”
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
पराया धन
पराया धन
इंजी. संजय श्रीवास्तव
“ भाषा की मृदुलता ”
“ भाषा की मृदुलता ”
DrLakshman Jha Parimal
तू सुन ले मेरे दिल की पुकार को
तू सुन ले मेरे दिल की पुकार को
gurudeenverma198
ये उम्र के निशाँ नहीं दर्द की लकीरें हैं
ये उम्र के निशाँ नहीं दर्द की लकीरें हैं
Atul "Krishn"
हर  घड़ी  ज़िन्दगी  की  सुहानी  लिखें
हर घड़ी ज़िन्दगी की सुहानी लिखें
Dr Archana Gupta
समझदार?
समझदार?
Priya princess panwar
छंद विधान के लिए
छंद विधान के लिए
guru saxena
शरद
शरद
Tarkeshwari 'sudhi'
*चाहत  का  जादू छाया है*
*चाहत का जादू छाया है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
4339.*पूर्णिका*
4339.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अपने वजूद की
अपने वजूद की
Dr fauzia Naseem shad
खुद निर्जल उपवास रख, करते जो जलदान।
खुद निर्जल उपवास रख, करते जो जलदान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
सहयोग
सहयोग
Rambali Mishra
जीवन पथ पर सब का अधिकार
जीवन पथ पर सब का अधिकार
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
बलात्कार जैसे घृणित कार्य की दुर्भावना भारत जैसे देश में हाव
बलात्कार जैसे घृणित कार्य की दुर्भावना भारत जैसे देश में हाव
Rj Anand Prajapati
*नारी की वेदना*
*नारी की वेदना*
ABHA PANDEY
#विभाजन_विभीषिका_स्मृति_दिवस
#विभाजन_विभीषिका_स्मृति_दिवस
Ravi Prakash
कुछ रातों के घने अँधेरे, सुबह से कहाँ मिल पाते हैं।
कुछ रातों के घने अँधेरे, सुबह से कहाँ मिल पाते हैं।
Manisha Manjari
सच तो रंग काला भी कुछ कहता हैं
सच तो रंग काला भी कुछ कहता हैं
Neeraj Agarwal
" शिक्षा "
Dr. Kishan tandon kranti
मतलब निकल गया तो यूँ रुसवा न कीजिए
मतलब निकल गया तो यूँ रुसवा न कीजिए
आकाश महेशपुरी
if two souls are destined to meet, the universe will always
if two souls are destined to meet, the universe will always
पूर्वार्थ
कर्म की भावना बरकरार रखो,
कर्म की भावना बरकरार रखो,
Ajit Kumar "Karn"
जाहि विधि रहे राम ताहि विधि रहिए
जाहि विधि रहे राम ताहि विधि रहिए
Sanjay ' शून्य'
कई मौसम गुज़र गये तेरे इंतज़ार में।
कई मौसम गुज़र गये तेरे इंतज़ार में।
Phool gufran
बुढ़ापे में भी ज़िंदगी एक नई सादगी लाती है,
बुढ़ापे में भी ज़िंदगी एक नई सादगी लाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
..
..
*प्रणय*
Loading...