Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Nov 2022 · 1 min read

औरत एक अहिल्या

हर एक औरत
में
होती है एक अहिल्या
पत्थर की शिला।
भगवान भी छल जाते हैं जिसे
श्रापित हो पति से
जो ताउम्र करती है इंतजार
किसी राम की पावन छुअन का
ताकि बन सके वो फिर से
एक औरत।
पर ऐसा क्या है औरत होने में
क्यों वो फिर औरत ही होना चाहती है??
न जाने क्यों??
सुरिंदर कौर

Language: Hindi
2 Likes · 99 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*धन्य अयोध्या हुई जन्म-भू, जिनकी गरिमा पाई【मुक्तक】*
*धन्य अयोध्या हुई जन्म-भू, जिनकी गरिमा पाई【मुक्तक】*
Ravi Prakash
विलोमात्मक प्रभाव~
विलोमात्मक प्रभाव~
दिनेश एल० "जैहिंद"
तुम्हें ना भूल पाऊँगी, मधुर अहसास रक्खूँगी।
तुम्हें ना भूल पाऊँगी, मधुर अहसास रक्खूँगी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
शायरी
शायरी
goutam shaw
जीवन अपना
जीवन अपना
Dr fauzia Naseem shad
स्त्री रहने दो
स्त्री रहने दो
Arti Bhadauria
खुद पर विश्वास करें
खुद पर विश्वास करें
Dinesh Gupta
आओ जाओ मेरी बाहों में,कुछ लम्हों के लिए
आओ जाओ मेरी बाहों में,कुछ लम्हों के लिए
Ram Krishan Rastogi
"Har Raha mukmmal kaha Hoti Hai
कवि दीपक बवेजा
💐प्रेम कौतुक-183💐
💐प्रेम कौतुक-183💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
#प्रतिनिधि_गीत_पंक्तियों के साथ हम दो वाणी-पुत्र
#प्रतिनिधि_गीत_पंक्तियों के साथ हम दो वाणी-पुत्र
*Author प्रणय प्रभात*
आइये, तिरंगा फहरायें....!!
आइये, तिरंगा फहरायें....!!
Kanchan Khanna
"सुख के मानक"
Dr. Kishan tandon kranti
वह आँखें 👀
वह आँखें 👀
Skanda Joshi
मौला के घर देर है पर,
मौला के घर देर है पर,
Satish Srijan
“एक नई सुबह आयेगी”
“एक नई सुबह आयेगी”
पंकज कुमार कर्ण
शिशिर ऋतु-३
शिशिर ऋतु-३
Vishnu Prasad 'panchotiya'
कभी
कभी
Ranjana Verma
सिद्धार्थ से वह 'बुद्ध' बने...
सिद्धार्थ से वह 'बुद्ध' बने...
Buddha Prakash
प्रिय
प्रिय
D.k Math { ਧਨੇਸ਼ }
मैं कुछ इस तरह
मैं कुछ इस तरह
Dr Manju Saini
सिर्फ लिखती नही कविता,कलम को कागज़ पर चलाने के लिए //
सिर्फ लिखती नही कविता,कलम को कागज़ पर चलाने के लिए //
गुप्तरत्न
आइए मोड़ें समय की धार को
आइए मोड़ें समय की धार को
नन्दलाल सिंह 'कांतिपति'
सबके हाथ में तराजू है ।
सबके हाथ में तराजू है ।
Ashwini sharma
बहुत कीमती है दिल का सुकून
बहुत कीमती है दिल का सुकून
shabina. Naaz
आलिंगन शहद से भी अधिक मधुर और चुंबन चाय से भी ज्यादा मीठा हो
आलिंगन शहद से भी अधिक मधुर और चुंबन चाय से भी ज्यादा मीठा हो
Aman Kumar Holy
छुट्टी बनी कठिन
छुट्टी बनी कठिन
Sandeep Pande
'अकेलापन'
'अकेलापन'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कुछ तो होता है ना, जब प्यार होता है
कुछ तो होता है ना, जब प्यार होता है
Anil chobisa
बड़ा मायूस बेचारा लगा वो।
बड़ा मायूस बेचारा लगा वो।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...