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26 Aug 2024 · 1 min read

ए चांद आसमां के मेरे चांद को ढूंढ ले आ,

ए चांद आसमां के मेरे चांद को ढूंढ ले आ,
बड़े दिनों से ये निगाहें दीदार को तरसती हैं।

इंजी संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश

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