Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Sep 2022 · 1 min read

एहसास

एक आश लगी जो तुझसे, सार नदी में डूब रही
अपनी नई कहानी सारी, चर्चा में वह खूब रही
सपने दफ़न निराले अपने, ख्वाबों में मजबूरी थी
आस पास में रह करके, लाखों कदम की दूरी थी
याद तुम्हारी शीने में थी, नजरों में तस्वीरे थी
धड़कन की कथा कहू क्या, प्रेम की मेरी पीरे थी
संजीवनी बूटी का वादा, वादा मेरा टूटे ना
छूट गए लम्हे सब पीछे, यादें तेरी छूटे ना
नव जीवन के नई विधा का, एक अवलोकन दे देना
अपने मुखर बिंदु की वाणी, दो शब्दों में कह देना
नव निर्वाण हमारा सारा, नाम तुम्हारा हो जाएं
बीजक में संगीत शब्द का, बोध हमारा हो जाएं

Language: Hindi
4 Likes · 113 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.

Books from Er.Navaneet R Shandily

You may also like:
दर्द भरा गीत यहाँ गाया जा सकता है Vinit Singh Shayar
दर्द भरा गीत यहाँ गाया जा सकता है Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
खिलौने भी तब मिले
खिलौने भी तब मिले
Satish Srijan
बड़ा ही हसीन होता है ये नन्हा बचपन
बड़ा ही हसीन होता है ये नन्हा बचपन
'अशांत' शेखर
न रोजी न रोटी, हैं जीने के लाले।
न रोजी न रोटी, हैं जीने के लाले।
सत्य कुमार प्रेमी
रंग अनेक है पर गुलाबी रंग मुझे बहुत भाता
रंग अनेक है पर गुलाबी रंग मुझे बहुत भाता
Seema gupta,Alwar
🦋 आज की प्रेरणा 🦋
🦋 आज की प्रेरणा 🦋
तरुण सिंह पवार
हाँ मैं व्यस्त हूँ
हाँ मैं व्यस्त हूँ
Dinesh Gupta
दायरे से बाहर (आज़ाद गज़लें)
दायरे से बाहर (आज़ाद गज़लें)
AJAY PRASAD
2263.
2263.
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Fuzail Sardhanvi
हम तो कवि है
हम तो कवि है
नन्दलाल सुथार "राही"
जीवन की सांझ
जीवन की सांझ
Dr. Girish Chandra Agarwal
माता सिद्धि-प्रदायिनी ,लिए सौम्य मुस्कान
माता सिद्धि-प्रदायिनी ,लिए सौम्य मुस्कान
Ravi Prakash
बरसात
बरसात
surenderpal vaidya
प्रिय विरह
प्रिय विरह
लक्ष्मी सिंह
■ आज का दोहा
■ आज का दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
इश्क की गली में जाना छोड़ दिया हमने
इश्क की गली में जाना छोड़ दिया हमने
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
umesh mehra
"बदलाव"
Dr. Kishan tandon kranti
*बूढ़े होने पर भी अपनी बुद्धि को तेज रखना चाहते हैं तो अपनी
*बूढ़े होने पर भी अपनी बुद्धि को तेज रखना चाहते हैं तो अपनी
Shashi kala vyas
गुज़रा है वक़्त लेकिन
गुज़रा है वक़्त लेकिन
Dr fauzia Naseem shad
दूर रह कर सीखा, नजदीकियां क्या है।
दूर रह कर सीखा, नजदीकियां क्या है।
Surinder blackpen
कोई हमको ढूँढ़ न पाए
कोई हमको ढूँढ़ न पाए
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
शर्म
शर्म
परमार प्रकाश
वयम् संयम
वयम् संयम
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
झूम रही है मंजरी , देखो अमुआ डाल ।
झूम रही है मंजरी , देखो अमुआ डाल ।
Rita Singh
बुंदेली दोहा- जंट (मजबूत)
बुंदेली दोहा- जंट (मजबूत)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जनाजे में तो हम शामिल हो गए पर उनके पदचिन्हों पर ना चलके अपन
जनाजे में तो हम शामिल हो गए पर उनके पदचिन्हों पर ना चलके अपन
DrLakshman Jha Parimal
पहला प्यार
पहला प्यार
Pratibha Kumari
तुम मुझे बना लो
तुम मुझे बना लो
श्याम सिंह बिष्ट
Loading...