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16 Jan 2023 · 1 min read

एतबार पर आया

ग़ज़ल

उनकी मैं इक पुकार पर आया
प्यार के एतबार पर आया

आरजू ले भटक रहा था दिल
बाद कुछ इंतजार पर आया

रात-दिन की बेताबियाँ सहकर
दर्द-ए -दिल करार पर आया

छोड़ कर चल दिया जहाँ से था
फिर उसी रहगुजार पर आया

लौट कर अब कभी नहीं आता
सिर्फ इस इक करार पर आया

कर रहा हूँ अता नमाज़े दिल
खुश्बुओं की मजार पर आया

चाहने जब लगा ‘सुधा’ कोई
प्यार ये तब निखार पर आया

डा. सुनीता सिंह ‘सुधा’
12/1/2023
वाराणसी ,©®

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 66 Views

Books from Dr. Sunita Singh

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