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30 Oct 2022 · 1 min read

*एक शेर*

*एक शेर*
मनाओ आज दीवाली, मगर कुछ मितव्ययी बनकर
जरूरत रोशनी की, जिन्दगी में रोज पड़ती है
____________________
रचयिता: रवि प्रकाश, रामपुर

Language: Hindi
Tag: शेर
50 Views

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