Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Feb 2023 · 1 min read

एक रावण है अशिक्षा का

एक रावण है अशिक्षा का
दूसरा व्यभिचार है
तीसरा देशद्रोह और
चौथा गलत व्यवहार है
पाँचवा है सांम्प्रदायिकता
छठा घूस का द्वार है
सातवाँ नारी उत्पीड़न
आठवाँ नर संहार है
नौवाँ भेदभाव जातपात का
दसवाँ मँहगाई और भ्रष्टाचार है ।।
दस सिर वाला ये रावण
तो वर्ष भर सताता है
कहाँ कभी कोई राम अब
इनका विनाश कर पाता है ।।।
सीमा वर्मा
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

1 Like · 1 Comment · 108 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

Books from Seema Verma

You may also like:
मर्यादा और राम
मर्यादा और राम
डॉ प्रवीण ठाकुर
"ଜୀବନ ସାର୍ଥକ କରିବା ପାଇଁ ସ୍ୱାଭାବିକ ହାର୍ଦିକ ସଂଘର୍ଷ ଅନିବାର୍ଯ।"
Sidhartha Mishra
आत्मा की शांति
आत्मा की शांति
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
इंतजार करना है।
इंतजार करना है।
Anil chobisa
💐प्रेम कौतुक-377💐
💐प्रेम कौतुक-377💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
निराशा एक आशा
निराशा एक आशा
डॉ. शिव लहरी
धरती को‌ हम स्वर्ग बनायें
धरती को‌ हम स्वर्ग बनायें
Chunnu Lal Gupta
तेरे गम का सफर
तेरे गम का सफर
Rajeev Dutta
खुद से ही बातें कर लेता हूं , तुम्हारी
खुद से ही बातें कर लेता हूं , तुम्हारी
श्याम सिंह बिष्ट
जो समाज की बनाई व्यस्था पे जितना खरा उतरता है वो उतना ही सम्
जो समाज की बनाई व्यस्था पे जितना खरा उतरता है वो उतना ही सम्
Utkarsh Dubey “Kokil”
दिला दअ हो अजदिया
दिला दअ हो अजदिया
Shekhar Chandra Mitra
2258.
2258.
Dr.Khedu Bharti
Yado par kbhi kaha pahra hota h.
Yado par kbhi kaha pahra hota h.
Sakshi Tripathi
दिन भी बहके से हुए रातें आवारा हो गईं।
दिन भी बहके से हुए रातें आवारा हो गईं।
सत्य कुमार प्रेमी
"इसलिए जंग जरूरी है"
Dr. Kishan tandon kranti
" वर्ष 2023 ,बालीवुड के लिए सफ़लता की नयी इबारत लिखेगा "
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
शिशिर ऋतु-३
शिशिर ऋतु-३
Vishnu Prasad 'panchotiya'
जीवन के रंग
जीवन के रंग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
डिग्रीया तो बस तालीम के खर्चे की रसीदें है,
डिग्रीया तो बस तालीम के खर्चे की रसीदें है,
Vishal babu (vishu)
"मेरी नयी स्कूटी"
Dr Meenu Poonia
■ लघु-कविता-
■ लघु-कविता-
*Author प्रणय प्रभात*
जिन्दगी के रोजमर्रे की रफ़्तार में हम इतने खो गए हैं की कभी
जिन्दगी के रोजमर्रे की रफ़्तार में हम इतने खो गए हैं की कभी
Nav Lekhika
चलो दूर चले
चलो दूर चले
Satish Srijan
“बेवफा तेरी दिल्लगी की दवा नही मिलती”
“बेवफा तेरी दिल्लगी की दवा नही मिलती”
Basant Bhagwan Roy
*पेंशन : आठ दोहे*
*पेंशन : आठ दोहे*
Ravi Prakash
दुनिया का क्या दस्तूर बनाया, मरे तो हि अच्छा बतलाया
दुनिया का क्या दस्तूर बनाया, मरे तो हि अच्छा बतलाया
Anil chobisa
हम भी सोचते हैं अपनी लेखनी को कोई आयाम दे दें
हम भी सोचते हैं अपनी लेखनी को कोई आयाम दे दें
DrLakshman Jha Parimal
' मौन इक सँवाद '
' मौन इक सँवाद '
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
प्रणय 2
प्रणय 2
Ankita Patel
कुत्ते की व्यथा
कुत्ते की व्यथा
नन्दलाल सिंह 'कांतिपति'
Loading...