Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2023 · 1 min read

एक बेरोजगार शायर

दुनिया में हर चीज़ मिलती
दौलत से नहीं, ऐ दोस्त
कुछ भी बढ़कर कुदरत की
रहमत से नहीं, ऐ दोस्त…
(१)
कुछ नादीदा निगाहों की
इनायत भी इसमें शामिल
मेरी शायरी सिर्फ़ मेरी
काबिलियत से नहीं, ऐ दोस्त…
(२)
किसी औरत की इज्ज़त तो
उसके इल्म या हुनर में है
बदन या कपड़े का ताल्लुक
अस्मत से नहीं, ऐ दोस्त…
(३)
हुस्न तक पहुंचने के लिए
एक इबादत भी ज़रूरी है
इश्क़ से कायनात क़ायम
ताक़त से नहीं, ऐ दोस्त…
(४)
मुझे बेरोजगार देखकर
बेकार समझना भूल है
क़िरदार से मेयार परखो
क़ीमत से नहीं, ऐ दोस्त…
(५)
मेरी नाकामी का ऐलान
तुम इतनी जल्दी मत करो
मैं कोशिश में हारा हूं अभी
हिम्मत से नहीं, ऐ दोस्त…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#रोमांटिक #विद्रोही #इंकलाबी
#बगावत #क्रांतिकारी #शायर
#कवि #गीतकार #राजनीतिक
#lyricist #lyrics #bollywood
#नाकाम #बदनाम #गुमनाम #असफल

Language: Hindi
Tag: गीत
136 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2464.पूर्णिका
2464.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मोहब्बत की दुकान और तेल की पकवान हमेशा ही हानिकारक होती है l
मोहब्बत की दुकान और तेल की पकवान हमेशा ही हानिकारक होती है l
Ashish shukla
■ नैसर्गिक न्याय
■ नैसर्गिक न्याय
*Author प्रणय प्रभात*
हिंदी
हिंदी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जख्म
जख्म
Anamika Singh
✍️सारे अपने है✍️
✍️सारे अपने है✍️
'अशांत' शेखर
देखी है ख़ूब मैंने भी दिलदार की अदा
देखी है ख़ूब मैंने भी दिलदार की अदा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
विचार
विचार
Vishnu Prasad 'panchotiya'
आये हो मिलने तुम,जब ऐसा हुआ
आये हो मिलने तुम,जब ऐसा हुआ
gurudeenverma198
ग़ज़ल- इशारे देखो
ग़ज़ल- इशारे देखो
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"अक्ल बेचारा"
Dr. Kishan tandon kranti
अदना
अदना
Shyam Sundar Subramanian
भगवान चित्रगुप्त
भगवान चित्रगुप्त
पंकज कुमार कर्ण
ज़रूरी तो नहीं
ज़रूरी तो नहीं
Surinder blackpen
अंजान बन जाते हैं।
अंजान बन जाते हैं।
Taj Mohammad
अपनी घड़ी उतार कर मत देना
अपनी घड़ी उतार कर मत देना
shabina. Naaz
THE GREY GODDESS!
THE GREY GODDESS!
Dhriti Mishra
तिरंगा
तिरंगा
लक्ष्मी सिंह
हिन्दी
हिन्दी
manjula chauhan
पुस्तक समीक्षा-----
पुस्तक समीक्षा-----
राकेश चौरसिया
अर्जुन धुरंधर न सही ...एकलव्य तो बनना सीख लें ..मौन आखिर कब
अर्जुन धुरंधर न सही ...एकलव्य तो बनना सीख लें ..मौन आखिर कब
DrLakshman Jha Parimal
का कहीं रहन अपना सास के
का कहीं रहन अपना सास के
नूरफातिमा खातून नूरी
जस का तस / (नवगीत)
जस का तस / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Love
Love
Abhijeet kumar mandal (saifganj)
*प्रीति के जो हैं धागे, न टूटें कभी (मुक्तक)*
*प्रीति के जो हैं धागे, न टूटें कभी (मुक्तक)*
Ravi Prakash
💐 निगोड़ी बिजली 💐
💐 निगोड़ी बिजली 💐
DR ARUN KUMAR SHASTRI
फितरत को पहचान कर भी
फितरत को पहचान कर भी
Seema gupta,Alwar
✍️प्रेम की राह पर-71✍️
✍️प्रेम की राह पर-71✍️
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बेअदब कलम
बेअदब कलम
AJAY PRASAD
मां जब मैं रोजगार पाऊंगा।
मां जब मैं रोजगार पाऊंगा।
Rj Anand Prajapati
Loading...