Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Feb 2022 · 1 min read

एक पत्नि की इच्छा

एक पत्नि की इच्छा
***************
तेरे हाथों में मेरा हाथ रहे,
हर साथ में तेरा साथ रहे।
चाहती नहीं और कुछ मैं,
हर जन्म में तेरा साथ रहे।।

हर सुबह तेरा मुझे दीदार हो,
हर वक्त मुझे तेरा इंतजार हो।
आए नहीं कभी कोई पल ऐसा,
जिसमे तेरी कोई बहार न हो।।

तेरी हर बात में मेरी कोई बात हो,
तेरा आलिंगन और प्यार साथ हो।
बिछड़े न कभी जिंदगी में हम तुम
जीवन की अंतिम यात्रा साथ हो।।

जीवन में हम एक उदाहरण हो,
हर बात में एक ही उच्चारण हो।
चाहती हूं चलता रहे ये सारा जीवन,
लड़ने भिड़ने का कोई कारण न हो।।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
3 Likes · 3 Comments · 221 Views

Books from Ram Krishan Rastogi

You may also like:
मुक्तक-
मुक्तक-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जे जाड़े की रातें (बुंदेली गीत)
जे जाड़े की रातें (बुंदेली गीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
सोचो यदि रंगों में ऐसी रंगत नहीं होती
सोचो यदि रंगों में ऐसी रंगत नहीं होती
Khem Kiran Saini
पोथी समीक्षा -भासा के न बांटियो।
पोथी समीक्षा -भासा के न बांटियो।
Acharya Rama Nand Mandal
मौत के सामने सब बेबस है
मौत के सामने सब बेबस है
Anamika Singh
■ एक दोहा
■ एक दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
💐अज्ञात के प्रति-110💐
💐अज्ञात के प्रति-110💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
खुद को मसखरा बनाया जिसने,
खुद को मसखरा बनाया जिसने,
Satish Srijan
नये वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
नये वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
कुंदन सिंह बिहारी
Jaruri to nhi , jo riste dil me ho ,
Jaruri to nhi , jo riste dil me ho ,
Sakshi Tripathi
यादों की बारिश का
यादों की बारिश का
Dr fauzia Naseem shad
होली है!
होली है!
Dr. Shailendra Kumar Gupta
माँ का आँचल
माँ का आँचल
Nishant prakhar
मैं ख़ुद से बे-ख़बर मुझको जमाना जो भी कहे
मैं ख़ुद से बे-ख़बर मुझको जमाना जो भी कहे
VINOD KUMAR CHAUHAN
बंधन
बंधन
दशरथ रांकावत 'शक्ति'
त्योहार पक्ष
त्योहार पक्ष
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दिखाकर ताकत रुपयों की
दिखाकर ताकत रुपयों की
gurudeenverma198
" तेल और बाती"
Dr Meenu Poonia
तू रुक ना पायेगा ।
तू रुक ना पायेगा ।
Buddha Prakash
जल से सीखें
जल से सीखें
Saraswati Bajpai
"लाभ के लोभ"
Dr. Kishan tandon kranti
शूद्रों और स्त्रियों की दुर्दशा
शूद्रों और स्त्रियों की दुर्दशा
Shekhar Chandra Mitra
गंदा हो रहा।
गंदा हो रहा।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
Book of the day: अर्चना की कुण्डलियाँ (भाग-1)
Book of the day: अर्चना की कुण्डलियाँ (भाग-1)
Sahityapedia
सच्चे दोस्त की ज़रूरत
सच्चे दोस्त की ज़रूरत
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मातृदिवस
मातृदिवस
Dr Archana Gupta
అభివృద్ధి చెందిన లోకం
అభివృద్ధి చెందిన లోకం
विजय कुमार 'विजय'
मोहन तुम से तुम्हीं हो, ग्रथित अनन्वय श्लेष।
मोहन तुम से तुम्हीं हो, ग्रथित अनन्वय श्लेष।
डॉ.सीमा अग्रवाल
जो मैंने देखा...
जो मैंने देखा...
पीयूष धामी
Loading...