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5 Jun 2023 · 1 min read

एक तेरे प्यार का प्यारे सुरूर है मुझे।

एक तेरे प्यार का प्यारे सुरूर है मुझे।
कभी हया निगाहों में कभी गुरूर है मुझे।
तुमको लिखूँ हर हर्फ़ में जान-ए-ग़ज़ल बना,
इंतिजार तेरे वस्ल का भी मंजूर है मुझे।
वस्ल-मिलन
नीलम शर्मा ✍️

1 Like · 423 Views
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