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20 May 2023 · 1 min read

“एक और दिन”

“एक और दिन”
लोभ, मोह, काम, क्रोध
कुछ बेबसी भी,
अगर कुछ बची भी तो
खोखली हँसी ही,
बस ऐसे ही खत्म हुआ
एक और दिन।

6 Likes · 4 Comments · 281 Views
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