Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jul 2022 · 1 min read

एक उलझा सवाल।

ईश्क में हम बन गए है खुद एक उलझा सवाल।
अब ना अपनी खबर है ना है किसी का ख्याल।।

✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️

Language: Hindi
Tag: शेर
3 Likes · 6 Comments · 289 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Taj Mohammad
View all
You may also like:
शनिवार
शनिवार
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
श्रेष्ठ वही है...
श्रेष्ठ वही है...
Shubham Pandey (S P)
🫴झन जाबे🫴
🫴झन जाबे🫴
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
There are few moments,
There are few moments,
Sakshi Tripathi
ये तेरी यादों के साएं मेरे रूह से हटते ही नहीं। लगता है ऐसे
ये तेरी यादों के साएं मेरे रूह से हटते ही नहीं। लगता है ऐसे
Rj Anand Prajapati
बलिदान
बलिदान
लक्ष्मी सिंह
!! सुविचार !!
!! सुविचार !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
3762.💐 *पूर्णिका* 💐
3762.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
चिंटू चला बाज़ार | बाल कविता
चिंटू चला बाज़ार | बाल कविता
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
बेटी को पंख के साथ डंक भी दो
बेटी को पंख के साथ डंक भी दो
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
🙅सीधी बात🙅
🙅सीधी बात🙅
*प्रणय प्रभात*
कौर दो कौर की भूख थी
कौर दो कौर की भूख थी
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मानवता
मानवता
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
Harminder Kaur
कहा हों मोहन, तुम दिखते नहीं हों !
कहा हों मोहन, तुम दिखते नहीं हों !
The_dk_poetry
हिंदी साहित्य की नई विधा : सजल
हिंदी साहित्य की नई विधा : सजल
Sushila joshi
*धरते मुरली होंठ पर, रचते मधु संसार (कुंडलिया)*
*धरते मुरली होंठ पर, रचते मधु संसार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
........?
........?
शेखर सिंह
टॉम एंड जेरी
टॉम एंड जेरी
Vedha Singh
बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है।
बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है।
Rajendra Kushwaha
जय मां शारदे
जय मां शारदे
Anil chobisa
शक्तिशाली
शक्तिशाली
Raju Gajbhiye
"मेरी मिल्कियत"
Dr. Kishan tandon kranti
जन्मदिन के मौक़े पिता की याद में 😥
जन्मदिन के मौक़े पिता की याद में 😥
Neelofar Khan
हम सब एक दिन महज एक याद बनकर ही रह जाएंगे,
हम सब एक दिन महज एक याद बनकर ही रह जाएंगे,
Jogendar singh
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
* मुस्कुरा देना *
* मुस्कुरा देना *
surenderpal vaidya
धर्मांध
धर्मांध
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तेरा एहसास
तेरा एहसास
Dr fauzia Naseem shad
बदल जाएगा तू इस हद तलक़ मैंने न सोचा था
बदल जाएगा तू इस हद तलक़ मैंने न सोचा था
Johnny Ahmed 'क़ैस'
Loading...