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4 Jul 2024 · 1 min read

एक अबोध बालक

🥹Ek abodh balak 🥹

शहर शहर ढूंढ रहा हूं।
मुझको नहीं मालूम मै क्या ढूंढ रहा हूं।
जमाना हुआ है खुद से बात किए ।
मैं सारी दुनिया में सुकून ढूंढ रहा हूं।

🩷🩷

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