Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Mar 2023 · 1 min read

एक अजब सा सन्नाटा है

🙏🙏🙏🙏🙏
एक अजब सा सन्नाटा है ,उर अंतस घर आँगना।
टीस उठी है मर्म हृदय में,शोकाकुल हर भावना।

बिन आहट क्षण में आ जाता ,ले जाता है संग में,
मौत बहुत भारी होती है,कठिन काल की यातना।।

मौत आखिरी नींद नहीं है, यह अंतिम है जागरण,
मगर शोक होता अंतस में, कठिन सत्य का सामना।

जो भी इस जग में आया है, उसको जाना एक दिन,
जीवन अर्थ टटोल रहें हैं,सतत सत्य की साधना।

शाश्वत शांति सुख स्वर्ग मिले,द्वार खुला हो मोक्ष का।
जगह मिले प्रभु के चरणों में, करबद्ध यही प्रार्थना।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली
🙏🙏🙏🙏🙏🙏

1 Like · 446 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
आयी बरखा हो गए,
आयी बरखा हो गए,
sushil sarna
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
आजादी (स्वतंत्रता दिवस पर विशेष)
आजादी (स्वतंत्रता दिवस पर विशेष)
पंकज कुमार कर्ण
जीवन के सारे सुख से मैं वंचित हूँ,
जीवन के सारे सुख से मैं वंचित हूँ,
Shweta Soni
संगिनी
संगिनी
Neelam Sharma
वक्त बड़ा बेरहम होता है साहब अपने साथ इंसान से जूड़ी हर यादो
वक्त बड़ा बेरहम होता है साहब अपने साथ इंसान से जूड़ी हर यादो
Ranjeet kumar patre
इश्क़ कर लूं में किसी से वो वफादार कहा।
इश्क़ कर लूं में किसी से वो वफादार कहा।
Phool gufran
تونے جنت کے حسیں خواب دکھائے جب سے
تونے جنت کے حسیں خواب دکھائے جب سے
Sarfaraz Ahmed Aasee
सीख (नील पदम् के दोहे)
सीख (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
आजकल का प्राणी कितना विचित्र है,
आजकल का प्राणी कितना विचित्र है,
Divya kumari
जग के का उद्धार होई
जग के का उद्धार होई
राधेश्याम "रागी"
दुनिया से सीखा
दुनिया से सीखा
Surinder blackpen
#प्रणय_गीत-
#प्रणय_गीत-
*प्रणय प्रभात*
कहते हैं  की चाय की चुस्कियो के साथ तमाम समस्या दूर हो जाती
कहते हैं की चाय की चुस्कियो के साथ तमाम समस्या दूर हो जाती
Ashwini sharma
School ke bacho ko dusre shehar Matt bhejo
School ke bacho ko dusre shehar Matt bhejo
Tushar Jagawat
*** मन बावरा है....! ***
*** मन बावरा है....! ***
VEDANTA PATEL
चश्मा
चश्मा
Awadhesh Singh
*हरा रंग सारे रंगों पर, देखो तो सबसे भारी है (राधेश्यामी छंद
*हरा रंग सारे रंगों पर, देखो तो सबसे भारी है (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
हिंदी दिवस पर हिंदी भाषा :मेरे कुछ मुक्तक
हिंदी दिवस पर हिंदी भाषा :मेरे कुछ मुक्तक
Sushila joshi
कसौटी जिंदगी की
कसौटी जिंदगी की
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
नाहक ही ख्वाब में जी कर क्या करेंगे ,
नाहक ही ख्वाब में जी कर क्या करेंगे ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
* मुस्कुरा देना *
* मुस्कुरा देना *
surenderpal vaidya
“कवि की कविता”
“कवि की कविता”
DrLakshman Jha Parimal
हो अंधकार कितना भी, पर ये अँधेरा अनंत नहीं
हो अंधकार कितना भी, पर ये अँधेरा अनंत नहीं
पूर्वार्थ
The Magical Darkness
The Magical Darkness
Manisha Manjari
"वह मृदुल स्वप्न"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
💐प्रेम कौतुक-562💐
💐प्रेम कौतुक-562💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
3360.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3360.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
मौन मंजिल मिली औ सफ़र मौन है ।
मौन मंजिल मिली औ सफ़र मौन है ।
Arvind trivedi
मुझको मिट्टी
मुझको मिट्टी
Dr fauzia Naseem shad
Loading...