Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Mar 2023 · 1 min read

उस वक़्त मैं

उस वक़्त मैं,
हो गया था जड़त्व उसके शांत होते ही,
और निकला नहीं मुँह से,
हमदर्दी का एक भी शब्द,
क्यों ?

उस वक़्त मैं,
हाँ,मैं ईश्वर को नहीं मानता,
फिर भी मेरे कदम पीछे हट गए,
किसी भय या आशंका से,
क्यों ?

उस वक़्त मैं,
समझा था यही,
अपनी सभ्यता और संस्कृति,
जिसको जन्म दिया था कभी,
अपने तपो-श्रम से मनीषियों ने,
महापुरुषों और तपस्वियों ने,
और मैं हो गया पराजित,
क्यों ?

उड़ वक़्त मैं,
करता था ख्याल यह भी,
देकर सजा निर्दोष को,
नहीं करना चाहिए अपनी प्यास शांत,
और भूल गया अंतर – असमानता,
लगा लिया गले सभी को मैंने,
क्यों ?

शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
71 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
सितारे  आजकल  हमारे
सितारे आजकल हमारे
shabina. Naaz
■ नज़्म (ख़ुदा करता कि तुमको)
■ नज़्म (ख़ुदा करता कि तुमको)
*Author प्रणय प्रभात*
Arj Kiya Hai...
Arj Kiya Hai...
Nitesh Kumar Srivastava
*धन्य-धन्य हे दयानंद, जग तुमने आर्य बनाया (गीत)*
*धन्य-धन्य हे दयानंद, जग तुमने आर्य बनाया (गीत)*
Ravi Prakash
अवधी लोकगीत
अवधी लोकगीत
प्रीतम श्रावस्तवी
विषय -घर
विषय -घर
rekha mohan
मतदान
मतदान
Sanjay
अब तक के इंसानी विकास का विश्लेषण
अब तक के इंसानी विकास का विश्लेषण
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ज़ख्म सिल दो मेरा
ज़ख्म सिल दो मेरा
Surinder blackpen
💐प्रेम कौतुक-202💐
💐प्रेम कौतुक-202💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
इन  आँखों  के  भोलेपन  में  प्यार तुम्हारे  लिए ही तो सच्चा है।
इन आँखों के भोलेपन में प्यार तुम्हारे लिए ही तो सच्चा है।
Sadhnalmp2001
ईश्वर का जाल और मनुष्य
ईश्वर का जाल और मनुष्य
Dr MusafiR BaithA
वज्रमणि
वज्रमणि
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सुना है सपने सच होते हैं।
सुना है सपने सच होते हैं।
Shyam Pandey
रिश्ते (एक अहसास)
रिश्ते (एक अहसास)
umesh mehra
"मानो या न मानो"
Dr. Kishan tandon kranti
भेड़ों के बाड़े में भेड़िये
भेड़ों के बाड़े में भेड़िये
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
बगावत की आग
बगावत की आग
Shekhar Chandra Mitra
तुम बिन जीना सीख लिया
तुम बिन जीना सीख लिया
Arti Bhadauria
मैल
मैल
Gaurav Sharma
कोई कैसे अपने ख्वाईशो को दफनाता
कोई कैसे अपने ख्वाईशो को दफनाता
'अशांत' शेखर
मसला ये नहीं की उसने आज हमसे हिज्र माँगा,
मसला ये नहीं की उसने आज हमसे हिज्र माँगा,
Vishal babu (vishu)
♤ ⛳ मातृभाषा हिन्दी हो ⛳ ♤
♤ ⛳ मातृभाषा हिन्दी हो ⛳ ♤
Surya Barman
मेला
मेला
Dr.Priya Soni Khare
आम आदमी
आम आदमी
रोहताश वर्मा मुसाफिर
# शुभ - संध्या .......
# शुभ - संध्या .......
Chinta netam " मन "
लोकतंत्र में शक्ति
लोकतंत्र में शक्ति
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
अगर मेरी मोहब्बत का
अगर मेरी मोहब्बत का
श्याम सिंह बिष्ट
कुछ लोग बात तो बहुत अच्छे कर लेते है, पर उनकी बातों में विश्
कुछ लोग बात तो बहुत अच्छे कर लेते है, पर उनकी बातों में विश्
जय लगन कुमार हैप्पी
हृदय परिवर्तन जो 'बुद्ध' ने किया ..।
हृदय परिवर्तन जो 'बुद्ध' ने किया ..।
Buddha Prakash
Loading...