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11 Dec 2022 · 1 min read

उसको फिर उसका

उसको फिर उसका हासिल कहां मिले ।
भटके हुए रास्ते को मंज़िल कहां मिले ।।
पढ़ने का ख़ुद को आ जाए जो शऊर ।
उसको फ़िर उससा क़ाबिल कहां मिले ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: लेख
12 Likes · 104 Views
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