Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jul 2016 · 1 min read

उमड़ घुमड़ घन बदरा आये

उमड़ घुमड़ घन बदरा आये।
नयनों में बन कजरा छाये।।

खेतों में, खलिहानों में
धरती की मुस्कानों में
मन की गांठें खोल-खोल कर
प्रेम सुधा सब पर बरसाये।
उमड़ घुमड़ घन बदरा आये।।

चरवाहों के पट पड़ाव को
हरवाहों के मनोभाव को
यादों के हर घाव-घाव को
हर पल बैरी खूब सताये।
उमड़ घुमड़ घन बदरा आये।।

सरगम-सरगम शहर गांव है
आरोह-अवरोह भरा छांव है
पुरवइया मन के तारों पे
मौसम राग मल्हार सुनाये।
उमड़ घुमड़ घन बदरा आये।।

एक रस कण-कण को अर्पित
धरा द्रौपदी पुलकित-पुलकित
कोई देखो कौन समर्पित
कितने अस्फुट स्वर में गाये।
उमड़ घुमड़ घन बदरा आये।।

प्राणों की मौन पुकारों में
सारी रूठी मनुहारों में
गुल, गुलशन, गुलजारों मे
कौन ये जीवन रस छलकाये।
उमड़ घुमड़ घन बदरा आये।।

© हिमकर श्याम

Language: Hindi
Tag: गीत
10 Comments · 662 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
मेरे प्रिय कलाम
मेरे प्रिय कलाम
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मेरा यकीन
मेरा यकीन
shabina. Naaz
साजिशों की छाँव में...
साजिशों की छाँव में...
मनोज कर्ण
हाल मत पूछो
हाल मत पूछो
Shekhar Chandra Mitra
विद्रोही प्रेम
विद्रोही प्रेम
Rashmi Ranjan
समय और मेहनत
समय और मेहनत
Anamika Singh
इश्क में डूबी हुई इक जवानी चाहिए
इश्क में डूबी हुई इक जवानी चाहिए
सौरभ पाण्डेय
सजनाँ बिदेशिया निठूर निर्मोहिया, अइले ना सजना बिदेशिया।
सजनाँ बिदेशिया निठूर निर्मोहिया, अइले ना सजना बिदेशिया।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
आदमी से आदमी..
आदमी से आदमी..
Vijay kumar Pandey
कान्हा मेरे जैसे छोटे से गोपाल
कान्हा मेरे जैसे छोटे से गोपाल
Harminder Kaur
मांगने से रोशनी मिलेगी ना कभी
मांगने से रोशनी मिलेगी ना कभी
Slok maurya "umang"
गोरे मुखड़े पर काला चश्मा
गोरे मुखड़े पर काला चश्मा
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
🌻🌻अन्यानां जनानां हितं🌻🌻
🌻🌻अन्यानां जनानां हितं🌻🌻
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
प्लेटफॉर्म
प्लेटफॉर्म
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
✍️भरोसा✍️
✍️भरोसा✍️
'अशांत' शेखर
एक ख़्वाब की सी रही
एक ख़्वाब की सी रही
Dr fauzia Naseem shad
नीरोगी काया
नीरोगी काया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
जिंदगी भी एक लिखा पत्र हैं
जिंदगी भी एक लिखा पत्र हैं
Neeraj Agarwal
*जी लो ये पल*
*जी लो ये पल*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
तोड़ें नफ़रत की सीमाएं
तोड़ें नफ़रत की सीमाएं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
23/86.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/86.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नारा ए आज़ादी से गूंजा सारा हिंदुस्तां है।
नारा ए आज़ादी से गूंजा सारा हिंदुस्तां है।
Taj Mohammad
सागर की हिलोरे
सागर की हिलोरे
Satpallm1978 Chauhan
सुबह-सुबह वोट मॉंगने वाले (हास्य-व्यंग्य)
सुबह-सुबह वोट मॉंगने वाले (हास्य-व्यंग्य)
Ravi Prakash
-- मंदिर में ड्रेस कोड़ --
-- मंदिर में ड्रेस कोड़ --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
प्रीति के दोहे, भाग-3
प्रीति के दोहे, भाग-3
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Indulge, Live and Love
Indulge, Live and Love
Dhriti Mishra
दान देने के पश्चात उसका गान  ,  दान की महत्ता को कम ही नहीं
दान देने के पश्चात उसका गान , दान की महत्ता को कम ही नहीं
Seema Verma
मेरे दिल से उसकी हर गलती माफ़ हो जाती है,
मेरे दिल से उसकी हर गलती माफ़ हो जाती है,
Vishal babu (vishu)
■ महसूस करें तो...
■ महसूस करें तो...
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...