Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2023 · 1 min read

उन वीर सपूतों को

उन वीर सपूतों को कभी, हम भूला सकते नहीं।
उन शहीदों का कर्ज ,हम चुका सकते नहीं।
दी है जिन्होंने कुर्बानी, इस देश के लिए अपनी
उन शहीदों का बलिदान ,हम भूला सकते नहीं।।
उन वीर सपूतों को——————–।।

आजाद वतन कराने को, जो जंग लड़े अंग्रेजों से।
नहीं मांगी जिन्होंने माफी,उन जुल्मी अंग्रेजों से।।
सिर चाहे कटवा दिया, लेकिन झुकाया सिर नहीं।
ऐसे देशभक्तों की गाथा,हम भूला सकते नहीं।
उन वीर सपूतों को——————–।।

जिनके जज्बे जोश से, फिरंगी भी घबरा गए।
जो देश की आजादी में, हँसते फांसी चढ़ गए।।
भूल गए जो देश के लिए, अपना सुख और परिवार।
सुखदेव भगतसिंह राजगुरु को, हम भूला सकते नहीं।।
उन वीर सपूतों को——————–।।

लड़ते हैं जो देश के लिए , दुश्मन से जी जान से।
महफूज है देश हमारा, शहीदों के बलिदान से।।
जिंदा है हम उनके दम पर, जो सीमा पर है प्रहरी।
उन सैनिकों का त्याग कभी,हम भूला सकते नहीं।।
उन वीर सपूतों को———————-।।

शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
Tag: गीत
57 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
तू क्यों रोता है
तू क्यों रोता है
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
शायरी
शायरी
goutam shaw
अहं
अहं
Shyam Sundar Subramanian
*बोल*
*बोल*
Dushyant Kumar
“ फेसबूक मित्रों की नादानियाँ ”
“ फेसबूक मित्रों की नादानियाँ ”
DrLakshman Jha Parimal
💐अज्ञात के प्रति-57💐
💐अज्ञात के प्रति-57💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
विश्व हुआ है  राममय,  गूँज  सुनो  चहुँ ओर
विश्व हुआ है राममय, गूँज सुनो चहुँ ओर
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*खूब थी जिंदा कि ज्यों, पुस्तक पुरानी कोई वह (मुक्तक)*
*खूब थी जिंदा कि ज्यों, पुस्तक पुरानी कोई वह (मुक्तक)*
Ravi Prakash
जन्म दायनी माँ
जन्म दायनी माँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्रकृति
प्रकृति
लक्ष्मी सिंह
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
परिवार
परिवार
Sandeep Pande
ये दिल
ये दिल
shabina. Naaz
ताप
ताप
नन्दलाल सुथार "राही"
■ पैनी नज़र, तीखे सवाल
■ पैनी नज़र, तीखे सवाल
*Author प्रणय प्रभात*
मुझे पढ़ने का शौक आज भी है जनाब,,
मुझे पढ़ने का शौक आज भी है जनाब,,
Seema gupta,Alwar
अपना समझकर ही गहरे ज़ख्म दिखाये थे
अपना समझकर ही गहरे ज़ख्म दिखाये थे
'अशांत' शेखर
कारण कोई बतायेगा
कारण कोई बतायेगा
Vijay kannauje
بدل گیا انسان
بدل گیا انسان
Ahtesham Ahmad
खंड: 1
खंड: 1
Rambali Mishra
अपने दिल से
अपने दिल से
Dr fauzia Naseem shad
साईं बाबा
साईं बाबा
Sidhartha Mishra
जुगनू
जुगनू
Gurdeep Saggu
देने के लिए मेरे पास बहुत कुछ था ,
देने के लिए मेरे पास बहुत कुछ था ,
Rohit yadav
Li Be B
Li Be B
Ankita Patel
भगतसिंह के ख़्वाब
भगतसिंह के ख़्वाब
Shekhar Chandra Mitra
आओ ऐसा एक भारत बनाएं
आओ ऐसा एक भारत बनाएं
नेताम आर सी
जिसकी जुस्तजू थी,वो करीब आने लगे हैं।
जिसकी जुस्तजू थी,वो करीब आने लगे हैं।
करन मीना ''केसरा''
दीपावली 🎇🪔❤️
दीपावली 🎇🪔❤️
Skanda Joshi
ईश्वर से साक्षात्कार कराता है संगीत
ईश्वर से साक्षात्कार कराता है संगीत
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...