Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Dec 2022 · 1 min read

उन माँ बाप को भूला दिया

उन माँ-बाप को भूला दिया, जन्म जिन्होंने हमको दिया।
मान लिया बोझ उनको, पालन- पोषण जिन्होंने किया।।
उन माँ-बाप को भूला दिया——————।।

हमारे जन्म से पहले उन्होंने , सपनें कितने संजोये होंगे।
देने को हमको जन्म उन्होंने, दुःख-दर्द उन्होंने सहे होंगे।।
यह हमने क्यों नहीं सोचा, उनको हमने ठुकरा दिया।
मान लिया बोझ उनको, पालन-पोषण जिन्होंने किया।।
उन माँ-बाप को भूला दिया—————-।।

कर्जा उन्होंने लिया होगा, हमको शिक्षा दिलाने में।
भूखे- प्यासे सोये होंगे, हमको काबिल बनाने में।।
जब हम पैसा कमाने लगे तो, कर्ज उनका भूला दिया।
मान लिया बोझ उनको, पालन-पोषण जिन्होंने किया।।
उन माँ-बाप को भूला दिया—————–।।

रहने लगे हम उनसे अलग, शादी हमारी होने पर।
भूल गए उनकी सेवा हम, असहाय उनके होने पर।।
भगवान है माँ- बाप तो, संस्कार हमने यह भूला दिया।
मान लिया बोझ उनको, पालन-पोषण जिन्होंने किया।।
उन माँ-बाप को भूला दिया—————–।।

शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
Tag: गीत
55 Views
You may also like:
बदलाव चाहिए
बदलाव चाहिए
Shekhar Chandra Mitra
गरिमामय प्रतिफल
गरिमामय प्रतिफल
Shyam Sundar Subramanian
बेनाम रिश्ता
बेनाम रिश्ता
सोनम राय
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
subhash Rahat Barelvi
ਇਸ਼ਕ਼ ਨੂੰ ਮਹਿਸੂਸ ਕਰਦਿਆਂ
ਇਸ਼ਕ਼ ਨੂੰ ਮਹਿਸੂਸ ਕਰਦਿਆਂ
Surinder blackpen
कुछ गङबङ है!!
कुछ गङबङ है!!
Dr. Nisha Mathur
रावण के मन की व्यथा
रावण के मन की व्यथा
Ram Krishan Rastogi
विचार
विचार
मनोज शर्मा
मक़रूज़ हूँ मैं
मक़रूज़ हूँ मैं
Satish Srijan
अंधभक्ति
अंधभक्ति
मनोज कर्ण
इंतजार से बेहतर है कोशिश करना
इंतजार से बेहतर है कोशिश करना
कवि दीपक बवेजा
🙏स्कंदमाता🙏
🙏स्कंदमाता🙏
पंकज कुमार कर्ण
■ प्रसंगवश...एक प्रसंग
■ प्रसंगवश...एक प्रसंग
*Author प्रणय प्रभात*
ज़िंदगी पर लिखे अशआर
ज़िंदगी पर लिखे अशआर
Dr fauzia Naseem shad
अब ज़माना नया है,नयी रीत है।
अब ज़माना नया है,नयी रीत है।
Dr Archana Gupta
The broken sad all green leaves.
The broken sad all green leaves.
Taj Mohammad
आत्मसम्मान
आत्मसम्मान
Versha Varshney
वक्त के साथ सब कुछ बदल जाता है...
वक्त के साथ सब कुछ बदल जाता है...
Ram Babu Mandal
स्वप्न विवेचना -ज्योतिषीय शोध लेख
स्वप्न विवेचना -ज्योतिषीय शोध लेख
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
पायल बोले छनन छनन - देवी गीत
पायल बोले छनन छनन - देवी गीत
Ashish Kumar
सोते में भी मुस्कुरा देते है हम
सोते में भी मुस्कुरा देते है हम
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
“ सबकेँ स्वागत “
“ सबकेँ स्वागत “
DrLakshman Jha Parimal
*अनचाहा उगा पौधा जो, खरपतवार होता है (मुक्तक)*
*अनचाहा उगा पौधा जो, खरपतवार होता है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-267💐
💐प्रेम कौतुक-267💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*मुकम्मल तब्दीलियाँ *
*मुकम्मल तब्दीलियाँ *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कला
कला
Saraswati Bajpai
शिव की बनी रहे आप पर छाया
शिव की बनी रहे आप पर छाया
Shubham Pandey (S P)
पीड़ादायक होता है
पीड़ादायक होता है
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’
हर कोरे कागज का जीवंत अल्फ़ाज़ बनना है मुझे,
हर कोरे कागज का जीवंत अल्फ़ाज़ बनना है मुझे,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
भुनेश्वर सिन्हा कांग्रेस के युवा नेता जिसने संघर्ष से बनाया अपना नाम जानिए?
भुनेश्वर सिन्हा कांग्रेस के युवा नेता जिसने संघर्ष से बनाया...
Jansamavad
Loading...