Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 May 2024 · 1 min read

उत्तर

प्रश्न पत्थर है
उत्तर मूर्ति
जितना प्रश्न
को तराशोगे
उत्तर उतना
ही सुंदर और
स्पष्ट होगा।

Language: Hindi
1 Like · 109 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr.Priya Soni Khare
View all

You may also like these posts

आपणौ धुम्बड़िया❤️
आपणौ धुम्बड़िया❤️
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
आखिर मैं हूं ऐसी क्यों
आखिर मैं हूं ऐसी क्यों
Lovi Mishra
टूट जाते हैं
टूट जाते हैं
Dr fauzia Naseem shad
Me Time
Me Time
MEENU SHARMA
स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए
स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए
Sonam Puneet Dubey
आदमी क्यों  खाने लगा हराम का
आदमी क्यों खाने लगा हराम का
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गहरे ध्यान में चले गए हैं,पूछताछ से बचकर।
गहरे ध्यान में चले गए हैं,पूछताछ से बचकर।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"अन्तर"
Dr. Kishan tandon kranti
संवेदना
संवेदना
Shalini Mishra Tiwari
प्यार एक मीठा अहसास है
प्यार एक मीठा अहसास है
Sumangal Singh Sikarwar
ग़ज़ल _ दर्द भूल कर अपने, आप मुस्कुरा देना !
ग़ज़ल _ दर्द भूल कर अपने, आप मुस्कुरा देना !
Neelofar Khan
गुलाम
गुलाम
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
हे प्रभु इतना देना की
हे प्रभु इतना देना की
विकास शुक्ल
🙅छुटभैयों की चांदी🙅
🙅छुटभैयों की चांदी🙅
*प्रणय*
उत्तर बिहार अर्थात मिथिला राज्य: पुनर्गठन।
उत्तर बिहार अर्थात मिथिला राज्य: पुनर्गठन।
Acharya Rama Nand Mandal
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
यादों की किताब पर खिताब
यादों की किताब पर खिताब
Mahender Singh
4584.*पूर्णिका*
4584.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पहला प्यार
पहला प्यार
Shekhar Chandra Mitra
वो तशद्दुद इशारों से रोने लगे थे ,
वो तशद्दुद इशारों से रोने लगे थे ,
Phool gufran
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
डर, साहस, प्रेरणा,कामुकता,लालच,हिंसा,बेइमानी इत्यादि भावनात्
डर, साहस, प्रेरणा,कामुकता,लालच,हिंसा,बेइमानी इत्यादि भावनात्
Rj Anand Prajapati
यह बात शायद हमें उतनी भी नहीं चौंकाती,
यह बात शायद हमें उतनी भी नहीं चौंकाती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बच्चा हो बड़ा हो,रिश्ता हो परिवार हो ,पैसा हो करियर हो
बच्चा हो बड़ा हो,रिश्ता हो परिवार हो ,पैसा हो करियर हो
पूर्वार्थ
आवाह्न स्व की!!
आवाह्न स्व की!!
उमा झा
तमाशा लगता है
तमाशा लगता है
Vishnu Prasad 'panchotiya'
हमें भी जिंदगी में रंग भरने का जुनून था
हमें भी जिंदगी में रंग भरने का जुनून था
VINOD CHAUHAN
दोहे रमेश के करवा चौथ पर
दोहे रमेश के करवा चौथ पर
RAMESH SHARMA
***किस दिल की दीवार पे…***
***किस दिल की दीवार पे…***
sushil sarna
कैसी प्रथा ..?
कैसी प्रथा ..?
पं अंजू पांडेय अश्रु
Loading...