Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2022 · 1 min read

ईद में खिलखिलाहट

ईद में चाँद सी खिलखिलाहट अपने पराए सबको दावत
हर गली मुहल्ले गुले गुलज़ार हो

पैगाम ए दोस्ती आ गले मिल जा
आज किशन के घर सभी का इफ़्तार हो.
शायर- किशन कारीगर
(©काॅपीराईट)

Language: Hindi
Tag: शेर
4 Likes · 2 Comments · 227 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from Dr. Kishan Karigar
View all
You may also like:
नव उल्लास होरी में.....!
नव उल्लास होरी में.....!
Awadhesh Kumar Singh
बता तुम ही सांवरिया मेरे,
बता तुम ही सांवरिया मेरे,
Radha jha
याद आयेंगे तुम्हे हम,एक चुम्बन की तरह
याद आयेंगे तुम्हे हम,एक चुम्बन की तरह
Ram Krishan Rastogi
नशा और युवा
नशा और युवा
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
आघात
आघात
Dr. Sunita Singh
"दरपन"
Dr. Kishan tandon kranti
सच और झूठ
सच और झूठ
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
कुछ समझ में ही नहीं आता कि मैं अब क्या करूँ ।
कुछ समझ में ही नहीं आता कि मैं अब क्या करूँ ।
Neelam Sharma
*अब गुलालों तक के भीतर, रंग पक्के हो गए (मुक्तक)*
*अब गुलालों तक के भीतर, रंग पक्के हो गए (मुक्तक)*
Ravi Prakash
कुछ मुक्तक...
कुछ मुक्तक...
डॉ.सीमा अग्रवाल
!! कोई आप सा !!
!! कोई आप सा !!
Chunnu Lal Gupta
चांद का झूला
चांद का झूला
Surinder blackpen
बड़ा मायूस बेचारा लगा वो।
बड़ा मायूस बेचारा लगा वो।
सत्य कुमार प्रेमी
"चित्रांश"
पंकज कुमार कर्ण
2351.पूर्णिका
2351.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
किसी को नीचा दिखाना , किसी पर हावी होना ,  किसी को नुकसान पह
किसी को नीचा दिखाना , किसी पर हावी होना , किसी को नुकसान पह
Seema Verma
माना जीवन लघु बहुत,
माना जीवन लघु बहुत,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
माँ की दुआ
माँ की दुआ
Anil chobisa
तुम्हारी सब अटकलें फेल हो गई,
तुम्हारी सब अटकलें फेल हो गई,
Mahender Singh
" क्या विरोधी ख़ेमे को धराशायी कर पायेगा ब्रह्मास्त्र ? "
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
याद तू मुझको
याद तू मुझको
Dr fauzia Naseem shad
कुर्सी खाली कर
कुर्सी खाली कर
Shekhar Chandra Mitra
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
मेरी हस्ती का अभी तुम्हे अंदाज़ा नही है
मेरी हस्ती का अभी तुम्हे अंदाज़ा नही है
'अशांत' शेखर
पिता
पिता
Harendra Kumar
धूप
धूप
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
यक्ष प्रश्न ( लघुकथा संग्रह)
यक्ष प्रश्न ( लघुकथा संग्रह)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
तभी तो असाधारण ये कहानी होगी...!!!!!
तभी तो असाधारण ये कहानी होगी...!!!!!
Jyoti Khari
ताज़गी
ताज़गी
Shivkumar Bilagrami
कोई हमको ढूँढ़ न पाए
कोई हमको ढूँढ़ न पाए
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Loading...