इश्क़ के समंदर में

इश्क़ के समंदर में सूरत देखकर
गोता नहीं लगाया जाता
इश्क़ में हारकर भी
किसी का दिल दुखाया नहीं जाता
इश्क़ में नाकाम हो भी जाओ तो
इश्क़ की तौहीन न करना
मिटा देना खुद को किसी पर
पर उफ़ न करना
इश्क़ जब परवान चढ़ता है
तो खुदा का दीदार करा देता है
मिटा देता है दूरियां मजहबों की
एक दूसरे पर मरने का ज़ज्बा जगा देता है
इश्क़ में किसी को न पाने का गम
दिल में ज़ज्ब कर लेना
उफ़ न करना , अपनी जिंदादिली से
इश्क़ को महफ़ूज कर लेना