Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Feb 2023 · 1 min read

इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना

इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना
रोना तो जिंदगी में आते ही सीख लिया

1 Like · 268 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
View all
You may also like:
मैं खुद भी सोचता हूँ ये क्या मेरा हाल है; जिसका जवाब चाहिए,
मैं खुद भी सोचता हूँ ये क्या मेरा हाल है; जिसका जवाब चाहिए,
पूर्वार्थ
किस मोड़ पे मिलेंगे बिछड़कर हम दोनों हमसफ़र,
किस मोड़ पे मिलेंगे बिछड़कर हम दोनों हमसफ़र,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हमारे बाद भी चलती रहेगी बहारें
हमारे बाद भी चलती रहेगी बहारें
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
*कागज़ कश्ती और बारिश का पानी*
*कागज़ कश्ती और बारिश का पानी*
sudhir kumar
उलझी हुई है जुल्फ
उलझी हुई है जुल्फ
SHAMA PARVEEN
3148.*पूर्णिका*
3148.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मासुमियत - बेटी हूँ मैं।
मासुमियत - बेटी हूँ मैं।
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
चाँद
चाँद
ओंकार मिश्र
कहते हैं
कहते हैं
हिमांशु Kulshrestha
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
Anand Kumar
मुस्कुराहट
मुस्कुराहट
Naushaba Suriya
दीवाली
दीवाली
Mukesh Kumar Sonkar
किसी की राह के पत्थर को, गर कोई हटाता है
किसी की राह के पत्थर को, गर कोई हटाता है
gurudeenverma198
संवेदनाएं
संवेदनाएं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रंगों में रंग जाओ,तब तो होली है
रंगों में रंग जाओ,तब तो होली है
Shweta Soni
अब मत पूछो
अब मत पूछो
Bindesh kumar jha
कोई मरहम
कोई मरहम
Dr fauzia Naseem shad
रोजगार मिलता नहीं,
रोजगार मिलता नहीं,
sushil sarna
**मन मोही मेरा मोहिनी मूरत का**
**मन मोही मेरा मोहिनी मूरत का**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
शायरी
शायरी
डॉ मनीष सिंह राजवंशी
Natasha is my Name!
Natasha is my Name!
Natasha Stephen
सात समंदर से ज़्यादा स्याही जो ख़ुद में समाए हो,
सात समंदर से ज़्यादा स्याही जो ख़ुद में समाए हो,
ओसमणी साहू 'ओश'
2 जून की रोटी.......एक महत्व
2 जून की रोटी.......एक महत्व
Neeraj Agarwal
*यहाँ पर आजकल होती हैं ,बस बाजार की बातें (हिंदी गजल)
*यहाँ पर आजकल होती हैं ,बस बाजार की बातें (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
सबसे क़ीमती क्या है....
सबसे क़ीमती क्या है....
Vivek Mishra
"आय और उम्र"
Dr. Kishan tandon kranti
मां का दर रहे सब चूम
मां का दर रहे सब चूम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
बाण मां रा दोहा
बाण मां रा दोहा
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
खोज सत्य की जारी है
खोज सत्य की जारी है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
कुछ दर्द झलकते आँखों में,
कुछ दर्द झलकते आँखों में,
Neelam Sharma
Loading...