इतना ना खुश हो ओ उड़ने वाले पंछी

इतना ना खुश हो ओ उड़ने वाले पंछी
अगले ही मोड़ पर एक चील है आसमां पर
अपना मुँह फैलाये
तेरे इंतज़ार में।
डॉ राजीव
चंडीगढ़।
इतना ना खुश हो ओ उड़ने वाले पंछी
अगले ही मोड़ पर एक चील है आसमां पर
अपना मुँह फैलाये
तेरे इंतज़ार में।
डॉ राजीव
चंडीगढ़।