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कवि दीपक बवेजा
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16 Aug 2021 · 1 min read
इतना आसां कहां
इतना आसां कहां सरल उभर के आना
कई तपिश लगती है दूध को घी बनने में
❤️❤️
✍कवि दीपक सरल
Language:
Hindi
Tag:
मुक्तक
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· 395 Views
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