Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Sep 2016 · 1 min read

इक दिन हमको जाना होगा

इक दिन हमको जाना होगा
॰ ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ ॰
जाने किस दुनिया से आये
किस दुनिया मेँ खो जायेँगे
माना हमको नीँद न आती
इक दिन विल्कुल सो जायेँगे
जो कुछ ये दिखता धरती पर
सब कुछ तो अनजान लगे है
शून्य भरा संसार कि जिससे
ही अपनी पहचान लगे है
रिश्ते-नाते, प्यार-मुहब्बत
ये तो झूठे अफसाने हैँ
धन-दौलत के परदे खोले
तो देखे बस वीराने हैँ
इतने रिश्ते जोड़ लिये पर
इक दिन हमको जाना होगा
मौत भरी ये दुनिया सारी
इसका साथ निभाना होगा
ऐसा लगता जैसे कोई
खेल यहाँ पर खेल रहे हैँ
खेल मगर! जिसके पीछे हम
कितना कितना झेल रहे हैँ
जीवन की ये ठेला गाड़ी
जाने कबसे खीँच रहे हैँ
जैसे आँसू की बूँदोँ से
मरुथल कोई सीँच रहे हैँ

– आकाश महेशपुरी

Language: Hindi
1 Like · 766 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
..
..
*प्रणय प्रभात*
जिंदगी मौत से बत्तर भी गुज़री मैंने ।
जिंदगी मौत से बत्तर भी गुज़री मैंने ।
Phool gufran
సంస్థ అంటే సేవ
సంస్థ అంటే సేవ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
" कल से करेंगे "
Ranjeet kumar patre
*कुहरा दूर-दूर तक छाया (बाल कविता)*
*कुहरा दूर-दूर तक छाया (बाल कविता)*
Ravi Prakash
तुम शायद मेरे नहीं
तुम शायद मेरे नहीं
Rashmi Ranjan
उलझाया रखा है तन्हाइयों ने इश्क़-ए-सफ़र में,
उलझाया रखा है तन्हाइयों ने इश्क़-ए-सफ़र में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
🙏 गुरु चरणों की धूल🙏
🙏 गुरु चरणों की धूल🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
किसी भी रूप में ढ़ालो ढ़लेगा प्यार से झुककर
किसी भी रूप में ढ़ालो ढ़लेगा प्यार से झुककर
आर.एस. 'प्रीतम'
घर संसार का बिखरना
घर संसार का बिखरना
Krishna Manshi
एक ठंडी हवा का झोंका है बेटी: राकेश देवडे़ बिरसावादी
एक ठंडी हवा का झोंका है बेटी: राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
ना जाने कौन सी डिग्रियाँ है तुम्हारे पास
ना जाने कौन सी डिग्रियाँ है तुम्हारे पास
Gouri tiwari
"सागर की बेटी"
Dr. Kishan tandon kranti
औरत औकात
औरत औकात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हम्मीर देव चौहान
हम्मीर देव चौहान
Ajay Shekhavat
!..........!
!..........!
शेखर सिंह
नजरों  के वो पास  हैं, फिर भी दिल दूर ।
नजरों के वो पास हैं, फिर भी दिल दूर ।
sushil sarna
दुनिया की गाथा
दुनिया की गाथा
Anamika Tiwari 'annpurna '
अच्छे बने रहने की एक क़ीमत हमेशा चुकानी पड़ती है….क़ीमत को इ
अच्छे बने रहने की एक क़ीमत हमेशा चुकानी पड़ती है….क़ीमत को इ
पूर्वार्थ
एक छोटा सा दर्द भी व्यक्ति के जीवन को रद्द कर सकता है एक साध
एक छोटा सा दर्द भी व्यक्ति के जीवन को रद्द कर सकता है एक साध
Rj Anand Prajapati
सफर
सफर
Ritu Asooja
मां कालरात्रि
मां कालरात्रि
Mukesh Kumar Sonkar
विचार, संस्कार और रस [ तीन ]
विचार, संस्कार और रस [ तीन ]
कवि रमेशराज
अपने अच्छे कर्मों से अपने व्यक्तित्व को हम इतना निखार लें कि
अपने अच्छे कर्मों से अपने व्यक्तित्व को हम इतना निखार लें कि
Paras Nath Jha
हमारी आंखों में
हमारी आंखों में
Dr fauzia Naseem shad
काल्पनिक अभिलाषाओं में, समय व्यर्थ में चला गया
काल्पनिक अभिलाषाओं में, समय व्यर्थ में चला गया
Er.Navaneet R Shandily
🌱कर्तव्य बोध🌱
🌱कर्तव्य बोध🌱
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
आसमान में बादल छाए
आसमान में बादल छाए
Neeraj Agarwal
सिर्फ चुटकुले पढ़े जा रहे कविता के प्रति प्यार कहां है।
सिर्फ चुटकुले पढ़े जा रहे कविता के प्रति प्यार कहां है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
ऐसे नाराज़ अगर, होने लगोगे तुम हमसे
ऐसे नाराज़ अगर, होने लगोगे तुम हमसे
gurudeenverma198
Loading...