Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2024 · 1 min read

इंतज़ार

बड़ी मुद्दत पे आए हो,
ज़रा दीदार करने दो।
ठहरो ज़रा कुछ पल,
नज़र दो चार करने दो।

कुछ दिन जो तुम ठहरो यहाँ,
बातें पुरानी कर लें हम।
हम जानते हैं कि हमारी,
बात न होगी खत्म।
कुछ सुकून मिल जाए,
गर तुम बात करने दो।
बड़ी मुद्दत पे आए हो,
ज़रा दीदार करने दो।

तेरे बिना हर शाम,
बेजान सी लगती है।
तेरे साथ की उम्मीद,
अब अरमान सी लगती है।
दिल की बातों को भी,
ज़रा बहार करने दो।
बड़ी मुद्दत पे आए हो,
ज़रा दीदार करने दो।

दिल में छुपे अरमान,
सब बयां कर देंगे हम।
तेरे साथ की रातें,
यादगार कर देंगे हम।
पलकों के साये में,
बस एक ख़्वाब भरने दो।
बड़ी मुद्दत पे आए हो,
ज़रा दीदार करने दो।

तेरी मुस्कान की खुशबू,
महकने लगी है फिर से।
तेरे प्यार की रौशनी,
चमकने लगी है फिर से।
इन आँखों को आज,
ज़रा ख़ुमार करने दो।
बड़ी मुद्दत पे आए हो,
ज़रा दीदार करने दो।

Language: Hindi
1 Like · 130 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

माँ
माँ
Dr.Archannaa Mishraa
स्वयं को सुधारें
स्वयं को सुधारें
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
नंगापन (कुण्डलियां छंद-) Vijay Kumar Pandey 'pyasa'
नंगापन (कुण्डलियां छंद-) Vijay Kumar Pandey 'pyasa'
Vijay kumar Pandey
*पथ संघर्ष*
*पथ संघर्ष*
Shashank Mishra
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Phool gufran
4294.💐 *पूर्णिका* 💐
4294.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हमारे हाथ से एक सबक:
हमारे हाथ से एक सबक:
पूर्वार्थ
माँ की करते हम भक्ति,  माँ कि शक्ति अपार
माँ की करते हम भक्ति, माँ कि शक्ति अपार
Anil chobisa
सारा आकाश तुम्हारा है
सारा आकाश तुम्हारा है
Shekhar Chandra Mitra
किसी से भी
किसी से भी
Dr fauzia Naseem shad
महोब्बत की बस इतनी सी कहानी है
महोब्बत की बस इतनी सी कहानी है
शेखर सिंह
मेरागांव अब बदलरहा है?
मेरागांव अब बदलरहा है?
पं अंजू पांडेय अश्रु
देश से दौलत व शुहरत देश से हर शान है।
देश से दौलत व शुहरत देश से हर शान है।
सत्य कुमार प्रेमी
अंतरात्मा की आवाज
अंतरात्मा की आवाज
SURYA PRAKASH SHARMA
मेरी निजी जुबान है, हिन्दी ही दोस्तों
मेरी निजी जुबान है, हिन्दी ही दोस्तों
SHAMA PARVEEN
जय शारदा माँ
जय शारदा माँ
Mahesh Jain 'Jyoti'
पृथ्वी
पृथ्वी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सांसारिक जीवन के लिए ज्ञान की आवश्यकता होती है और आंतरिक जीव
सांसारिक जीवन के लिए ज्ञान की आवश्यकता होती है और आंतरिक जीव
Ravikesh Jha
आल्हा छंद
आल्हा छंद
seema sharma
"इश्क बनाने वाले"
Dr. Kishan tandon kranti
*आत्म-मंथन*
*आत्म-मंथन*
Dr. Priya Gupta
अशोक चाँद पर
अशोक चाँद पर
Satish Srijan
सन्मति औ विवेक का कोष
सन्मति औ विवेक का कोष
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मुद्दत के बाद
मुद्दत के बाद
Chitra Bisht
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
जब हम गरीब थे तो दिल अमीर था
जब हम गरीब थे तो दिल अमीर था "कश्यप"।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
अंधेरा मन का
अंधेरा मन का
Rekha khichi
डमरू वर्ण पिरामिड
डमरू वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
अपने ग़मों को लेकर कहीं और न जाया जाए।
अपने ग़मों को लेकर कहीं और न जाया जाए।
Harminder Kaur
"यादें" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Loading...