Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Aug 2024 · 1 min read

आ जाती हो याद तुम मुझको

आ जाती हो याद तुम मुझको,
जब भी देखता हूँ ऐसे किसी को,
राह से गुजरती है जब मेरे सामने से,
जब कोई नाजनीन नवयौवना मेनका।

मुस्कराती है जब वो,
तो ऐसा लगता है कि वह तुम हो,
और डूब जाता हूँ मैं तब,
अपने अतीत के लम्हों में।

एक स्मृति के रूप में,
तेरी वही तस्वीर और छवि,
उतर आती है मेरी इन आँखों में,
फिर से मेरे इस हृदय में।

कि तेरी वेणी में गूंथे फूल,
कमसीन तेरी वो पदचाप,
मोहक- मादक तेरी वो आँखें,
मुझको डूबो देती है मेरे अतीत में।

जब भी आती है कोई अप्सरा,
मेरी राह में किसी जगह,
मेरी महफ़िल में मेरे सामने,
आ जाती हो याद तुम मुझको।

शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
27 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अश्रु की भाषा
अश्रु की भाषा
Shyam Sundar Subramanian
■ भूमिका (08 नवम्बर की)
■ भूमिका (08 नवम्बर की)
*प्रणय प्रभात*
*भारत नेपाल सम्बन्ध*
*भारत नेपाल सम्बन्ध*
Dushyant Kumar
वसंत - फाग का राग है
वसंत - फाग का राग है
Atul "Krishn"
निगाहे  नाज़  अजब  कलाम  कर  गयी ,
निगाहे नाज़ अजब कलाम कर गयी ,
Neelofar Khan
*यूँ आग लगी प्यासे तन में*
*यूँ आग लगी प्यासे तन में*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*आए अंतिम साँस, इमरती चखते-चखते (हास्य कुंडलिया)*
*आए अंतिम साँस, इमरती चखते-चखते (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हर बार बिखर कर खुद को
हर बार बिखर कर खुद को
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
ഹൃദയശൂന്യ
ഹൃദയശൂന്യ
Heera S
हँसते गाते हुए
हँसते गाते हुए
Shweta Soni
कोई जिंदगी भर के लिए यूं ही सफर में रहा
कोई जिंदगी भर के लिए यूं ही सफर में रहा
कवि दीपक बवेजा
सियासत जो रियासत खतम करके हम बनाए थे, सियासत से रियासत बनाने
सियासत जो रियासत खतम करके हम बनाए थे, सियासत से रियासत बनाने
Sanjay ' शून्य'
अपने दिमाग से वह सब कुछ मिटा
अपने दिमाग से वह सब कुछ मिटा
Ranjeet kumar patre
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
Shekhar Chandra Mitra
ख़ास तो बहुत थे हम भी उसके लिए...
ख़ास तो बहुत थे हम भी उसके लिए...
Dr Manju Saini
नहीं डरता हूँ मैं
नहीं डरता हूँ मैं
VINOD CHAUHAN
*दीपक सा मन* ( 22 of 25 )
*दीपक सा मन* ( 22 of 25 )
Kshma Urmila
अच्छी थी पगडंडी अपनी।सड़कों पर तो जाम बहुत है।।
अच्छी थी पगडंडी अपनी।सड़कों पर तो जाम बहुत है।।
पूर्वार्थ
बहुत कुछ बदल गया है
बहुत कुछ बदल गया है
Davina Amar Thakral
कितना
कितना
Santosh Shrivastava
सम्मान करे नारी
सम्मान करे नारी
Dr fauzia Naseem shad
इनपे विश्वास मत कर तू
इनपे विश्वास मत कर तू
gurudeenverma198
4186💐 *पूर्णिका* 💐
4186💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
प्रेम में डूबे रहो
प्रेम में डूबे रहो
Sangeeta Beniwal
काश तुम आती मेरी ख़्वाबों में,
काश तुम आती मेरी ख़्वाबों में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Kashtu Chand tu aur mai Sitara hota ,
Kashtu Chand tu aur mai Sitara hota ,
Sampada
जब भी किसी कार्य को पूर्ण समर्पण के साथ करने के बाद भी असफलत
जब भी किसी कार्य को पूर्ण समर्पण के साथ करने के बाद भी असफलत
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*नियति*
*नियति*
Harminder Kaur
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
सत्य कुमार प्रेमी
"शमा और परवाना"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...