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15 Aug 2021 · 1 min read

आहें भरते

गायें ग्वाल सब ही याद करते हैं
मन सबका दु:खी आहें भरते हैं

बछिया बछड़े सब बहुत उदास
आंखों से सबके आंसू झरते हैं
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
1 Like · 2 Comments · 324 Views
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