Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Apr 2023 · 1 min read

आशा

कुंठाओं के दलदल में,
उल्लासोँ के कमल खिलेंगे ।
यदि निराशा भरी दीवालों पर,
आशा की खिड़की खुली रखेंगे ।।

@नील पदम्

Language: Hindi
5 Likes · 325 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
View all
You may also like:
महक कहां बचती है
महक कहां बचती है
Surinder blackpen
🌺हे परम पिता हे परमेश्वर 🙏🏻
🌺हे परम पिता हे परमेश्वर 🙏🏻
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
प्यारा बंधन प्रेम का
प्यारा बंधन प्रेम का
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
गुरु नानक का जन्मदिन
गुरु नानक का जन्मदिन
सत्य भूषण शर्मा
ज़िंदगी मौत,पर
ज़िंदगी मौत,पर
Dr fauzia Naseem shad
एक मधुर मुस्कान दीजिए, सारी दुनिया जीत लीजिए
एक मधुर मुस्कान दीजिए, सारी दुनिया जीत लीजिए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दोस्त हो जो मेरे पास आओ कभी।
दोस्त हो जो मेरे पास आओ कभी।
सत्य कुमार प्रेमी
दुश्मन बना देता है।
दुश्मन बना देता है।
Taj Mohammad
वक्त के हाथों मजबूर सभी होते है
वक्त के हाथों मजबूर सभी होते है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
शायर तो नहीं
शायर तो नहीं
Bodhisatva kastooriya
वतन के रखवाले
वतन के रखवाले
Shekhar Chandra Mitra
अंधेरा मिटाना होगा
अंधेरा मिटाना होगा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
धरती की अंगड़ाई
धरती की अंगड़ाई
डॉ.श्री रमण 'श्रीपद्'
मन की बात 🥰
मन की बात 🥰
Ankita
लेंस प्रत्योपण भी सिर्फ़
लेंस प्रत्योपण भी सिर्फ़
*Author प्रणय प्रभात*
*अधूरा यज्ञ (नाटक)*
*अधूरा यज्ञ (नाटक)*
Ravi Prakash
कहां खो गए
कहां खो गए
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
💐मनुष्यशरीरस्य शक्ति: सुष्ठु नियोजनं💐
💐मनुष्यशरीरस्य शक्ति: सुष्ठु नियोजनं💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मांग रहा हूँ जिनसे उत्तर...
मांग रहा हूँ जिनसे उत्तर...
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
कविता
कविता
Sunita Gupta
घोंसले
घोंसले
Dr P K Shukla
तुम मेरी किताबो की तरह हो,
तुम मेरी किताबो की तरह हो,
Vishal babu (vishu)
Har roj tumhara wahi intajar karti hu
Har roj tumhara wahi intajar karti hu
Sakshi Tripathi
भ्रम का जाल
भ्रम का जाल
नन्दलाल सुथार "राही"
मन उसको ही पूजता, उसको ही नित ध्याय।
मन उसको ही पूजता, उसको ही नित ध्याय।
डॉ.सीमा अग्रवाल
नसीब में था अकेलापन,
नसीब में था अकेलापन,
Umender kumar
🚩 वैराग्य
🚩 वैराग्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak
हिन्दी दोहे विषय- नास्तिक (राना लिधौरी)
हिन्दी दोहे विषय- नास्तिक (राना लिधौरी)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
तेरा चलना ओए ओए ओए
तेरा चलना ओए ओए ओए
The_dk_poetry
Loading...