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17 Aug 2024 · 1 min read

“आवारा-मिजाजी”

“आवारा-मिजाजी”
आवारा मिजाजी वही जानता
जिसने जी है परवाने सा
आवारगी में जिन्दगी
शराफत क्या चीज है
बस जंजीरों में जकड़ी हुई साँसें,
कठपुतलियों सा दिल
होती ना जिसमें अहसासें।

3 Likes · 3 Comments · 117 Views
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