Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Nov 2022 · 1 min read

आरंभ

तू आदि है, आरंभ है
इस सृष्टि का प्रारम्भ है ।
आरंभ तू नवचेतना का
हर अवसान का प्रारंभ है ।
तुझसे ही लय है सूर्य, चन्द्र
तुझसे धरा सम्पन्न है।
तू वायु में, तू वृष्टि में
तुझसे जगत आच्छन्न है ।
तू आर्त की पुकार में
शिशु की रुदन, किलकारि में
है शेष कौन सी जगह,
जहाँ तू नहीं आसन्न है ।
तू ज्ञान का आरम्भ है।
आगम, निगम प्रारम्भ है ।
तू स्वर सभी श्रुतियों का है
ध्वनि का भी आरंभ है।
नित्य अनित्य सब जगत का
एकमात्र तू ही प्रपंच है ।
साकार तू, निराकार तू
तू ही प्रलय प्रचण्ड है ।
तू आदि है, आरंभ है
तू सृष्टि का प्रारंभ है ।

7 Likes · 137 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

Books from Saraswati Bajpai

You may also like:
सार छंद / छन्न पकैया गीत
सार छंद / छन्न पकैया गीत
Subhash Singhai
स्वाधीनता संग्राम
स्वाधीनता संग्राम
Prakash Chandra
Tujhe pane ki jung me khud ko fana kr diya,
Tujhe pane ki jung me khud ko fana kr diya,
Sakshi Tripathi
आज और कल
आज और कल
Vijay kannauje
ख़ामोश निगाहें
ख़ामोश निगाहें
Surinder blackpen
क्यों मैं इतना बदल गया
क्यों मैं इतना बदल गया
gurudeenverma198
ढोंगी बाबा
ढोंगी बाबा
Kanchan Khanna
💐 Prodigy Love-10💐
💐 Prodigy Love-10💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*अनकही बातें याद करके कुछ बदलाव नहीं आया है लेकिन अभी तक किस
*अनकही बातें याद करके कुछ बदलाव नहीं आया है लेकिन अभी तक किस
Shashi kala vyas
"मछली और भालू"
Dr. Kishan tandon kranti
या रब
या रब
Shekhar Chandra Mitra
कुछ तो नशा जरूर है उनकी आँखो में,
कुछ तो नशा जरूर है उनकी आँखो में,
Vishal babu (vishu)
सावन मंजूषा
सावन मंजूषा
Arti Bhadauria
काशी में नहीं है वो,
काशी में नहीं है वो,
Satish Srijan
बरसात की झड़ी ।
बरसात की झड़ी ।
Buddha Prakash
हवाएँ
हवाएँ
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
एक अच्छी हीलर, उपचारक होती हैं स्त्रियां
एक अच्छी हीलर, उपचारक होती हैं स्त्रियां
Manu Vashistha
माता सिद्धि-प्रदायिनी ,लिए सौम्य मुस्कान
माता सिद्धि-प्रदायिनी ,लिए सौम्य मुस्कान
Ravi Prakash
जरूरत
जरूरत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कहानी संग्रह-अनकही
कहानी संग्रह-अनकही
राकेश चौरसिया
विचारमंच भाग -5
विचारमंच भाग -5
Rohit Kaushik
गीत शब्द
गीत शब्द
सूर्यकांत द्विवेदी
एक एहसास
एक एहसास
Dr fauzia Naseem shad
दुनियां और जंग
दुनियां और जंग
सत्य कुमार प्रेमी
राम
राम
umesh mehra
रातो ने मुझे बहुत ही वीरान किया है
रातो ने मुझे बहुत ही वीरान किया है
कवि दीपक बवेजा
खुर्पेची
खुर्पेची
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
माय
माय
Acharya Rama Nand Mandal
हिन्दी दोहा- बिषय- कौड़ी
हिन्दी दोहा- बिषय- कौड़ी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
वट सावित्री
वट सावित्री
लक्ष्मी सिंह
Loading...